रायपुर। वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया को अक्षय तृतीया का पर्व श्री दूधाधारी मठ एवं श्री जैतू साव मठ में श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 9:30 बजे घट स्थापना करके भगवान लक्ष्मी नारायण जी की विधिवत पूजा अर्चना की गई। आरती संपन्न होने के पश्चात श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास महाराज ने अपने संदेश में कहा कि- अक्षय तृतीया का पर्व प्रत्येक वर्ष वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है इस दिन किया गया प्रत्येक कार्य अक्षय होता है इसलिए इस तिथि को दान पुण्य का विशेष महत्व है।
अक्षय तृतीया के दिन सुबह स्नान ध्यान से निवृत होने के पश्चात घट स्थापित करके भगवान श्री हरि एवं माता लक्ष्मी जी की विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए। अपने समर्थ के अनुसार दान पुण्य भी करना चाहिए इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। अजय तिवारी जी ने कहा कि अक्षय तृतीया के पर्व को भगवान श्री परशुराम जी के प्रकटोत्सव के रूप में भी मानते हैं इस दिन कृषि कार्य के शुभारंभ की भी सनातन परंपरा है। इस विशेष पूजा अर्चना के अवसर पर अलग-अलग स्थानों पर महेंद्र अग्रवाल , चंद्रकांत यदु , राम मनोहर दास , रामदेव दास ,रामप्रिय दास , राम भूषण दास , राम लोचन दास , जय शुक्ला, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे।