रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा को लेकर लगातार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। राज्य में गुमइंसान विशेषकर गुम बच्चों के पतातलाश हेतु ऑपरेशन मुस्कान चलाया जाता है, जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। ऑपरेशन मुस्कान की सफलता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अरूण देव गौतम द्वारा गुम महिला एवं पुरूषों के खोजबीन हेतु ऑपरेशन तलाश के रूप में एक विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया, जो बालिग वर्ग के व्यक्तियों के पतातलाश की दिशा में राज्य का यह पहला अभियान है।
पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव के मार्गदर्शन में दिनांक 01/06/2025 से 30/06/2025 तक ”ऑपरेशन तलाश“ चलाया गया। इस अभियान की सफलता के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति, टीम का गठन, संचार साधनों के बेहतर उपयोग सहित अनेक दिशा-निर्देश पुलिस मुख्यालय द्वारा दिये गये। इस दौरान गुम हुए प्रत्येक व्यक्तियों के घर पर जाकर उनके परिजनों से संपर्क करते हुए हर एक प्रकरण की समीक्षा करने के उपरांत रणनीति बनाकर टीम का गठन कर ऐसे संभावित स्थान पर रवाना किया गया, जहां गुम व्यक्ति के मिलने की संभावना थी। ऑपरेशन तलाश के तहत न केवल प्रदेश के भीतर बल्कि पूरे भारत वर्ष में पुलिस टीमों को भेजकर 3207 महिला एवं 1265 पुरूष इस प्रकार कुल 4472 गुमशुदा व्यक्तियों को बरामद किया गया है।
अभियान के दौरान 252 महिला एवं पुरूषों को विभिन्न राज्यों क्रमशः मध्यप्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, झारखण्ड, दिल्ली, तमिलनाडू, बिहार, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, पुडूचेरी एवं असम से सकुशल दस्तयाब कर विधिसम्मत उनकी घर वापसी कराई गई। इस अभियान में जिला बिलासपुर एवं दुर्ग द्वारा सर्वश्रेष्ठ कार्यवाही करते हुए 1056 एवं 807 महिला एवं पुरूषों को बरामद करने में सफलता अर्जित की गई है। वहीं जिला महासमुंद एवं रायपुर द्वारा भी उल्लेखनीय कार्य करते हुए क्रमशः 267 एवं 217 गुमशुदा व्यक्तियों को बरामद करने में कामयाबी हासिल की है।