फिर टला छत्तीसगढ़ में साय मंत्रिमंडल का विस्तार, सीएम साय के विदेश यात्रा के बाद होगी अगली प्रक्रिया

रायपुर। छत्तीसगढ़ की साय सरकार में लंबे समय से अटके मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर संशय की स्थिति बनी हुई है। सोमवार को पूरे दिन राजधानी रायपुर से लेकर प्रदेश भर में यह चर्चा गर्म रही कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने वाले हैं और मंगलवार को नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। लेकिन देर शाम खबर आई कि अब मंत्रिमंडल का विस्तार टल गया है और यह प्रक्रिया सीएम साय के विदेश यात्रा से लौटने के बाद ही होगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 21 अगस्त को जापान और दक्षिण कोरिया की 10 दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। यह दौरा 31 अगस्त को खत्म होगा। इस वजह से शपथ ग्रहण कार्यक्रम की तिथि आगे खिसक गई है। बताया जा रहा है कि साय के विदेश प्रवास के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार कराना संभव नहीं होगा।
विधानसभा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी सोमवार को दिल्ली रवाना हो गए। वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रभारी नीतिन नबीन का भी छत्तीसगढ़ दौरा फिलहाल तय नहीं हो पाया है। राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से मंत्रिमंडल विस्तार को टालने का निर्णय लिया गया। राजनीतिक हलचलों के बीच बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल ने दिन में राज्यपाल रमेन डेका से राजभवन में मुलाकात की। वहीं देर शाम अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, आरंग विधायक खुशवंत साहेब, अभनपुर विधायक इंद्रकुमार साव और दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव सीएम हाउस पहुंचे और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की। यह घटनाक्रम मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को और मजबूत करता रहा, लेकिन देर शाम यह साफ हो गया कि अब कैबिनेट का विस्तार स्थगित है।
इनको मंत्री बनाने की चर्चा
राजेश अग्रवाल (अंबिकापुर विधायक) – सरगुजा संभाग से ताल्लुक रखने वाले अग्रवाल को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है। क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को देखते हुए उनका नाम अहम हो सकता है। अमर अग्रवाल (बिलासपुर विधायक) – लंबे समय तक मंत्री रहे अमर अग्रवाल का नाम भी लगातार चर्चा में है। संगठन और अनुभव दोनों के आधार पर उन्हें एक बार फिर मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। गुरु खुशवंत (आरंग विधायक) – अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले खुशवंत को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। रायपुर संभाग से वर्तमान में केवल टंकराम वर्मा मंत्री हैं। इससे पहले इस क्षेत्र से बृजमोहन अग्रवाल मंत्री रहे हैं। इस स्थिति में संतुलन बनाने और एससी वर्ग को साधने के लिए खुशवंत को मौका दिया जा सकता है।