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औद्योगिक स्वास्थ्य और सुरक्षा सप्ताह : छत्तीसगढ़ में हजारों श्रमिकों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण

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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य गठन की रजत जयंती के अवसर पर 12 से 19 सितंबर 2025 तक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, श्रम विभाग द्वारा मुख्यमंत्री की मंशा और शासन के निर्देशानुसार विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना, उनकी कार्यक्षमता में सुधार लाना और औद्योगिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करना था।

इस पहल के तहत, राज्यभर के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रमिकों ने हिस्सा लिया। इन शिविरों का फोकस श्रमिकों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ कार्यस्थल पर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर था। जागरूकता सत्रों के माध्यम से श्रमिकों को उपकरणों के सही उपयोग, दुर्घटनाओं से बचाव और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में भी जानकारी दी गई।विभिन्न जिलों में आयोजित शिविरों का आयोजन किया गया।

रायपुर: उरला एसोसिएशन भवन और सिलतरा में 19 सितंबर को आयोजित शिविर में 1050 श्रमिक लाभान्वित हुए।
दुर्ग: भिलाई के मंगल बाजार छावनी में 12 सितंबर को 300 और रसमड़ा में 15 सितंबर को 200 श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
कोरबा: अडानी पावर, बालको और डीएसपीएम में आयोजित शिविरों में कुल 835 श्रमिकों ने लाभ उठाया।
रायगढ़: 12 से 19 सितंबर के बीच जिले के 32 कारखानों में कुल 3800 श्रमिकों का परीक्षण हुआ। इसके अतिरिक्त, नगर निगम ऑडिटोरियम में 19 सितंबर को आयोजित शिविर में 1200 श्रमिक लाभान्वित हुए।
बिलासपुर: सिरगिट्टी के नर्मदा ड्रिंक्स में 18 सितंबर को आयोजित शिविर में 1072 श्रमिक लाभान्वित हुए।
महासमुंद: बिरकोनी स्थित छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम में 13 सितंबर को 254 श्रमिकों का परीक्षण किया गया।
बलौदाबाजार: ढाबाडीह के अनिमेष इस्पात में 19 सितंबर को 350 और कुकुरडीह के अल्ट्राटेक सीमेंट में 15 सितंबर को 207 श्रमिकों ने लाभ प्राप्त किया।
कवर्धा: भोरमदेव और सरदार वल्लभभाई पटेल शक्कर कारखानों में 12 और 13 सितंबर को कुल 400 श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ।
जांजगीर-चांपा: प्रकाश इंडस्ट्रीज (बम्नीडीह) में 12 सितंबर को 374 और महानदी पॉवरजेन (अकलतरा) में 15 सितंबर को 400 श्रमिकों का परीक्षण हुआ।
सक्ती: डभरा के आरकेएम पावरजेन में 13 सितंबर को 296 और डी.बी. बड़ादरहा में 16 सितंबर को 352 श्रमिकों ने लाभ उठाया।
मुंगेली: कुसुम स्मेल्टर्स (खम्हारडीह) में 19 सितंबर को 250 श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
सूरजपुर : नयनपुर, गिरवंजगंज के यू.वी. वेंचर्स में 18 सितंबर को 47 श्रमिकों ने शिविर में भाग लिया।
राज्य शासन का मानना है कि श्रमिकों का स्वास्थ्य और सुरक्षा न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं, बल्कि राज्य की औद्योगिक उत्पादकता और समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इस पहल को श्रमिकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।