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आज का पंचांग 26 सितंबर : आज चौथा नवरात्रा, जानें पूजा के लिए शुभ मुहूर्त का समय

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राष्ट्रीय मिति आश्विन 04, शक सम्वत् 1947, आश्विन, शुक्ला, पंचमी, शुक्रवार, विक्रम संवत् 2082। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 11, रवि उस्सानी 03, हिजरी 1447 (मुस्लिम) तदनुसार अंगे्रजी तारीख 26 सितम्बर सन् 2025 ई॰। सूर्य दक्षिणायण, दक्षिण गोल, शरद ऋतुः। राहूकाल प्रातः 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। पंचमी तिथि प्रातः 09 बजकर 33 मिनट क उपरांत सारा दिन। विशाखा नक्षत्र रात्रि 10 बजकर 09 मिनट तक उपरांत आश्लेषा नक्षत्र का आरंभ।

विष्कुंभ योग रात्रि 10 बजकर 50 मिनट तक उपरांत प्रीति योग का आरंभ। विष्टि करण प्रातः 09 बजकर 33 मिनट तक उपरांत बालव करण का आरंभ। चन्द्रमा अपराह्न 03 बजकर 24 मिनट तक तुला उपरांत वृश्चिक राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार- उपांग ललिता जयंती, पांचवा नवरात्रा। उदय काल में चतुर्थी तिथि रहेगी इसलिए चतुर्थी नवरात्र का व्रत किया जाएगा।

सूर्योदय का समय 26 सितंबर 2025 : सुबह में 6 बजकर 11 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 26 सितंबर 2025 : शाम में 6 बजकर 13 मिनट तक।

आज का शुभ मुहूर्त 26 सितंबर 2025 :
ब्रह्म मुहूर्त 4 बजकर 36 मिनट से सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से 3 बजे तक रहेगा। निशीथ काल रात में 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 36 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम में 6 बजकर 13 मिनट से 6 बजकर 37 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 26 सितंबर 2025 :
सुबह में 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक राहुकाल रहेगा। सुबह में 7 जकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। अमृत काल का समय सुबह में 7 बजकर 41 मिनट से 9 मिनट से 12 मिनट तक। दुर्मुहूर्त काल सुबह में 8 बजकर 36 मिनट से 9 बजकर 24 मिनट तक। भद्राकाल का समय सुबह में 6 बजकर 11 मिनट से अगले दिन सुबह 9 बजकर 32 मिनट तक।

आज का उपाय : आज मां को मालपुआ, पेठा, दही या हलवे का भोग लगाएं।