दीवाली के मौके पर धान के बालियो से सजा जैतू साव मठ का गर्भ गृह

रायपुर। श्री जैतूसाव मठ पुरानी बस्ती रायपुर में दीवाली पर्व इस वर्ष बड़े धुमधाम से मनाया जा रहा है, भगवान श्री रामचन्द्र को सोने के आभूषण धारण कराया गया है साथ में विशेष रूप से पुरे गर्भगृह को धान कि बालियों से सजाया गया है छत्तीसगढ को धान का कटोरा कहा जाता है और अन्नपूर्णा के रूप में हम धान को मानते है गोवर्धन पुजन 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
जिसकी तैयारी बडे रूप से चल रहा है 56 भोग के लिए 3 दिन पहले से ही छत्तीसगढ़ी कलेवा पपची ठेठरी खुरमी नमकीन सकरपारा अईरसा लौंगफुल कुसली सेव इत्यादि मंदिर मे बनना शुरू हो गया है, इस बार पिछले वर्ष से ज्यादा लगभग 200 प्रकार के भोग भगवान को भोग लगाया जाएगा , दोपहर 1 बजे भोग आरती होगा फिर प्रसादी वितरण किया जाएगा।