एनडीपीएस प्रकरणों के फायनेंसियल इन्वेस्टिगेशन पर हुई एक दिवसीय कार्यशाला
रायपुर। पुलिस महानिदेशक अरूण देव गौतम के निर्देशन एवं पुलिस महानिरीक्षक, नारकोटिक्स रतनलाल डांगी के मार्गदर्शन में “वर्कशॉप फॉर पुलिस ऑफिसर ऑन फायनेंसियल इन्वेस्टिगेशन” (एनडीपीएस केसेस) विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर में किया गया। कार्यशाला में मुख्य विषय विशेषज्ञ के रूप में इन्कमटैक्स के इन्वेस्टिगेशन विंग, रायपुर में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर चंद्रशेखर मेहरा उपस्थित रहे। कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर अतिथियों के स्वागत उपरांत नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अस्स्टिेंट डायरेक्टर रविशंकर जोशी द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में आईजी नारकोटिक्स ने प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि मादक पदार्थ के प्रकरणों की इन्वेस्टिगेशन के दौरान आरोपी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसके समस्त प्रकार के वित्तीय दस्तावेज जैसे पासबुक, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, पेन कार्ड आदि की जप्ती की जानी चाहिए।
उन्होने संक्षेप में सारगर्भित जानकारी देते हुए फायनेंसियल इन्वेटिगेशन के दौरान पुलिस द्वारा की जाने वाली महत्वपूर्ण कार्यवाहियों के बारे में बताया गया। विषय विशेषज्ञ श्री चंद्रशेखर मेहरा द्वारा व्यापक प्रस्तुतिकरण देते हुए नारकोटिक्स से संबंधित प्रकरणों में फायनेंसियल इन्वेस्टिगेशन की दिशा में पेन कार्ड ईमेल आईडी, मोबाईल नंबर, इन्कमटैक्स डिटेल, आईटीआर, बैंकिग ट्रांजेक्शन आदि के माध्यम से आरोपियों द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्तियों का कैसे पता लगाया जा सकता है, की महत्वपूर्ण जानकारियां प्रतिभागियों को दी गई।
प्रशिक्षण कार्यशाला में राज्यभर से कुल 80 पुलिस अधिकारियों सहित कस्टम, नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो, डायरेक्टोरेट ऑफ रेवन्यू इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर सहायक पुलिस महानिरीक्षक, नारकोटिक्स श्रीमती पूजा अग्रवाल एवं पुलिस मुख्यालय के अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नारकोटिक्स श्रीमती अनामिका जैन द्वारा किया गया।





