साइक्लोन ‘दितवाह’ ने श्रीलंका में मचा हाहाकार ,46 लोगों की मौत; भारत में तमिलनाडु समेत पांच राज्यों में अलर्ट
दिल्ली। साइक्लोन ‘दितवाह’ श्रीलंका में तबाही मचाने के बाद भारत को डरा रहा है। श्रीलंकाई तट से ये भयानक चक्रवात धीरे-धीरे भारत की ओर बढ़ रहा है।श्रीलंका में साइक्लोन ‘दितवाह’ से अब तक 46 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 23 लोग अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू टीम राहत-बचाव के काम में लगी हुई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 12 घंटों में तूफान आगे बढ़ने के साथ और तेज हो सकता है।
इस भयानक चक्रवाती तूफान से पिछले 24 घंटों में 300 mm (11.8 इंच) से ज्यादा मूसलाधार बारिश हुई है। कई इलाकों में लैंडस्लाइड की घटना सामने आई। साइक्लोन ‘दितवाह’ ने श्रीलंका के पूर्वी और मध्य क्षेत्र को सबसे ज्यादा प्रभावित किया।
डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) ने एक बयान में कहा कि देश भर में 43,991 लोगों को स्कूलों और दूसरे पब्लिक शेल्टर में पहुंचाया गया है। इस दौरान स्कूल बंद कर दी गई हैं। ट्रेनों की सर्विस रोक दी गईं है और कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज ने भारी बारिश की वजह से ट्रेडिंग जल्दी रोकने का ऐलान किया।
कई फ्लाइट्स को किया गया डायवर्ट
DMC में इमरजेंसी ऑपरेशंस डायरेक्टर ब्रिगेडियर एस. धर्मविक्रमा ने रॉयटर्स को बताया, ‘हम सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं, लेकिन कुछ गांवों तक पहुंचना मुश्किल है क्योंकि सड़कें लैंडस्लाइड की वजह से ब्लॉक हैं हम सभी को सुरक्षित निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।’
पोर्ट्स और सिविल एविएशन मिनिस्टर अनुरा करुणाथिलके ने रिपोर्टर्स को बताया कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो श्रीलंका अपने मेन एयरपोर्ट से फ्लाइट्स को साउथ इंडिया के त्रिवेंद्रम या कोचीन एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर सकता है।
लोकल मीडिया के अनुसार मस्कट, दुबई, नई दिल्ली और बैंकॉक समेत छह फ्लाइट्स को कोलंबो के बंदरनायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहले ही रीडायरेक्ट कर दिया गया था।
TIAL ने कहा कि श्रीलंका जाने वाली पांच फ्लाइट्स (जिनमें से तीन मिडिल ईस्ट रीजन से और एक-एक मलेशिया और भारत से थीं) को शुक्रवार को कोलंबो में खराब मौसम के कारण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया गया।
अलर्ट जारी
बंगाल की खाड़ी में बना ये खतरनाक तूफान श्रीलंका से अब भारत की ओर बढ़ रहा है। इसे लेकर मौसम विभाग ने प्री-साइक्लोन अलर्ट जारी कर दिया है।
विभाग ने बताया कि चक्रवात का रूख उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल के तटों की ओर है।इन इलाकों में 30 नवंबर तक मौसम बेहद खराब होने की आशंका जताई गई है। तटीय इलाकों में मछुआरों को सतर्क कर दिया गया है।




