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BJP President की रेस में इस दिग्गज नेता का नाम लगभग तय, इस दिन मिलेगा भाजपा को नया अध्यक्ष

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दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) में संगठनात्मक बदलाव की अफवाहें जोर पकड़ चुकी हैं। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और अब नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है। बिहार चुनाव में पार्टी की जीत के बाद संगठन में बदलाव की चर्चा और तेज हो गई है। शीतकालीन सत्र 2025 के खत्म होते ही भाजपा किसी भी समय नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है।

राजनीतिक हलकों में अब तक शिवराज सिंह चौहान, देवेंद्र फडणवीस, धर्मेंद्र प्रधान, पुरुषोत्तम रूपाला, मनोहर लाल खट्टर, केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र यादव जैसे नाम चर्चा में थे। लेकिन अचानक एक नया नाम सामने आया है जिसने सभी को चौंका दिया—सुधांशु त्रिवेदी।

उत्तर प्रदेश से आने वाले डॉ. सुधांशु त्रिवेदी BJP के तेजतर्रार प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद हैं। उनकी धारदार बयानबाजी, संगठनात्मक रणनीति में अनुभव और गहरी राजनीतिक समझ उन्हें पार्टी के “बौद्धिक चेहरा” के रूप में स्थापित करती है। सूत्रों के अनुसार, संगठन के अंदर भी उन्हें अध्यक्ष पद के लिए गंभीरता से देखा जा रहा है।

सुधांशु त्रिवेदी की सियासी पहचान
– लखनऊ में जन्मे सुधांशु त्रिवेदी ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में PhD की है।
– कम उम्र में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार के रूप में कार्य किया और 35 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय दल के अध्यक्ष के सलाहकार भी बने।
2014 के आम चुनाव में वे भाजपा की मीडिया और कम्युनिकेशन टीम के अहम सदस्य थे।
– अक्टूबर 2019 में वे उत्तर प्रदेश से राज्यसभा निर्विरोध निर्वाचित हुए।
– उनकी कार्यशैली, चुनावी रणनीति और संगठनात्मक समझ ने उन्हें पार्टी में एक भरोसेमंद नेता के रूप में स्थापित किया है।

भाजपा संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी संभव है जब कम से कम आधे राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाएं। 1 अगस्त 2025 से पार्टी ने सदस्यता अभियान और चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी थी। जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी ने संगठन को मजबूती दी थी और अब नए अध्यक्ष से उम्मीद है कि वह संगठन और सरकार दोनों में संतुलन बनाए रख सके। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सुधांशु त्रिवेदी जैसे बौद्धिक और तेजतर्रार नेता का चुनाव पार्टी के लिए रणनीतिक संदेश भी होगा। अगर उनका नाम फाइनल होता है, तो यह बीजेपी के संगठनात्मक बदलाव और भविष्य की राजनीति में नए रुख का संकेत माना जाएगा।

अभी तक भाजपा ने आधिकारिक तौर पर किसी नाम की घोषणा नहीं की है और सुधांशु त्रिवेदी ने भी चर्चाओं पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में उनके अध्यक्ष पद के दावेदारी की चर्चा तेज हो चुकी है।