नेशनल न्यूज़। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कहा कि देश के तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के लिए 25.30 घंटे की उलटी गिनती गुरुवार को यहां अंतरिक्ष बंदरगाह पर शुरू हो गई। शुक्रवार का चंद्र अभियान 2019 चंद्रयान-2 मिशन के बाद है जहां अंतरिक्ष वैज्ञानिक चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का लक्ष्य बना रहे हैं।
एक सफल मिशन भारत को ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले देशों के एक विशिष्ट क्लब में शामिल होते हुए देखेगा, अन्य देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ शामिल हैं। वहीं, चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3) भारत को चंद्रमा की सतह पर अपना अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बन जाएगा।
यहां देखें चंद्रयान-3 मिशन का लाइव इवेंट
बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन के लिए इसरो के सबसे भरोसेमंद रॉकेट LVM-3 (Launch Vehicle Mark – III) से लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान-3 के इस पूरे मिशन को ISRO की वेबसाइट (https://www.isro.gov.in ) और YouTube चैनल से लाइव करेगा।
इसरो ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “LVM3M4-Chandrayaan-3 मिशन: कल (शुक्रवार-14 जुलाई) 14.35 बजे लॉन्च की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।” अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि चंद्रयान-3 कार्यक्रम के माध्यम से, इसरो अपने चंद्र मॉड्यूल द्वारा चंद्र सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग का प्रदर्शन करके और चंद्र इलाके पर घूमने का प्रदर्शन करके नई सीमाएं पार कर रहा है।
2019 में भी भेजा था चंद्रयान 2
इससे पहले भारत ने साल 2019 में चंद्रयान -2 भेजा था लेकिन सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान वह सफल नहीं हो पाया। चंद्रयान-2 मिशन के दौरान यान चंद्रमा की सतह से महज एक पायदान की दूरी पर था, तभी लैंडर से इसरो का संपर्क टूट गया। इसरो ने इस ऐतिहासिक नजारे को देखने के लिए नागरिकों आमंत्रित भी किया है।
एक महीने बाद चंद्रमा तक पहुंचेगा यान
बता दें कि लॉन्च किए जाने वाले अंतरिक्ष यान एक महीने बाद पृथ्वी से चंद्रमा तक की यात्रा पूरा करेगा। लैंडिंग 23 अगस्त को होने की उम्मीद है। लैंडिंग के बाद, यह एक चंद्र दिवस तक काम करेगा, जो लगभग 14 पृथ्वी दिवस के बराबर है। चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है।