पेंशन निर्धारण में देरी से परेशान इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राध्यापक

रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में अप्रैल 2024 के बाद सेवानिवृत्त हुए प्राध्यापकों और वैज्ञानिकों को पेंशन निर्धारण में हो रही देरी से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार विश्वविद्यालय के लेखा नियंत्रक और संयुक्त संचालक ऑडिट द्वारा पेंशन प्रकरणों पर अनावश्यक आपत्तियां लगाई जा रही हैं, जिससे पेंशन का भुगतान 10 से 12 महीने बाद भी नहीं हो पाया है। इस मामले में तीन मुख्य आपत्तियां सामने आई हैं, जो सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। सेवानिवृत्ति की आयु पर विवाद: विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार प्राध्यापकों की अधिवार्षिकी (सेवानिवृत्ति) की आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई है। इस नियम […]