भारतीय ज्ञान परंपरा से परिपूर्ण जनजातीय समाज: प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल
रायपुर। जनजातीय समुदाय प्राचीन काल से अपने आसपास के परिवेश एवं प्राकृतिक संसाधनों की अद्भूत समझ से सुखमय जीवन व्यतीत करता हुआ आ रहा है। जिसमें पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव कम देखने को मिलता है। अन्य भारतीय समाजों की तरह जनजातीय समाज भी परंपरागत प्राचीन ज्ञान से समृद्ध रहा है। परन्तु उनके ज्ञान को वो महत्व नहीं दिया गया जितना कि अन्य समाजों के ज्ञान को दिया गया। उपरोक्त वक्तव्य प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल, कुलपति, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत : एतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में अध्यक्षीय उद्बबोधन में कहा। उपरोक्त कार्यशाला में मुख्य […]



