कांकेर। बस्तर के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की कांग्रेस नेता नितिन पोटाई ने कड़ी निंदा की है तथा अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा देने की मांग करते हुए कहा कि अब प्रदेश में पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है। सुशासन की बात करने वाली विष्णुदेव सरकार में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। राजधानी रायपुर से शुरू हुआ हत्याओं का खौफनाक दौर अब बस्तर तक पहुंच चुका है। कांग्रेस शासन में जहां पत्रकारों के सुरक्षा को लेकर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया गया वहीं भाजपा शासनकाल में पत्रकारों का जीवन सुरक्षित नहीं है। प्रदेश की बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था का शिकार अब लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ भी हो रहा है। पत्रकार मुकेश चंद्राकर निरंतर भ्रष्टचार के मामले को प्रमुखता से उठाते हुए बस्तर में 120 करोड़ रूपये की सड़क निर्माण परियोजना में कथित अनियमितताओं उजागर कर रहे थे जिसकी कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है।
कांग्रेस नेता नितिन पोटाई ने प्रदेश में कानून व्यवस्था बूरी तरह बिगड़ चुकी है आलम है कि राजधानी से लगे धनेली गांव में दो दिन के भीतर एक ही जगह बेटी व मां की हत्या की जाती है। मुख्यमंत्री के बस्तर में मौजूदगी के दौरान जगदलपुर में एक चिकित्सक की पत्नी की हत्या हो जाती है। डिप्टी रेंजर को कुल्हाड़ी लेकर मारपीट कर दौड़ाया जाता है तो कहीं शराब के नशे में शिक्षकों के साथ मारपीट किया जा रहा है। प्रदेश के राजधानी में मुख्यमंत्री निवास से महज एक किलोमीटर की दूरी में दिन दहाड़े आदिवासी युवक की हत्या हो जाती है ।
आंकड़ों पर एक नजर डालते हुए श्री पोटाई ने कहा कि 48 घंटे के भीतर राजधानी में पांच हत्या की घटना हुई है। इस तरह रोज हो रही हत्याओं से पूरे प्रदेश में भय का माहौल बन गया है। प्रदेश में हत्या बलात्कार, लूटपाट और चाकूबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है और सरकार में बैठे लोग सत्ता के मद में चूर है। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है निरंतर जिलों में हत्या होने की घटनाएं हो रही है। औसतन रोज 3 हत्या हो रही है। हर शहर में कोई दिन ऐसा नहीं होता जब हत्या की एक दो घटनाएं न होती हो। प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गए है कि सरेआम सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर चाकू मार रहे है और पुलिस मुख दर्शक बनी देख रही है। रोज-रोज बलात्कार एवं सामूहिक दुष्कर्म घटनाओं से सारा प्रदेश शर्मसार है।
श्री पोटाई ने आगे कहा कि पूरे प्रदेश में नागरिकों को भय के वातावरण में जीना पड़ रहा है। भाजपा शासन में महिलाओं के प्रति अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है। मासूम बच्चों के साथ घृणित दुराचार की घटनाएं बढ़ गई है। प्रत्येक दिन समाचारों में तीन से चार मासूम अबोध बच्चों के सामूहिक दुराचार की घटनाएं सामने आ रही है। घर से निकली महिलाएं सुरक्षित घर वापस पहुंचेगें या नहीं इसकी कोई गांरटी नहीं है । प्रदेश में हो रहे अपराधों को रोकने में साय सरकार अक्षम साबित हो रही है। पिछले एक वर्षों से हो रहे निरंतर घटनाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि भाजपा सरकार के हाथों प्रदेश के आम नागरिक सुरक्षित नहीं है।