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मड़ाई मेला हमारे पूर्वजों का धरोहर है-मुरलीधर सिन्हा

 

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ राज्य के जिला गरियाबंद में धान की फसलों की कटाई होते ही गांवों में मड़ाई मेला का दौर चल रहा है इन दिनों आगे झमाझम मड़ाई मेला से एक खुशहाली ग्रामीणों को देखने मिल रहा है और भेंट मुलाकात जारी है । विगत दिनों गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर ग्राम पाथरमोहन्दा में मड़ाई मेला का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जिसमें रात्रिकालीन मनोरंजन छत्तीसगढ़ी आर्केस्ट्रा का आयोजन भी किया गया था । उक्त ग्राम मड़ाई में आये अतिथियों को श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया ।

भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री मुरलीधर सिन्हा ने अपने अतिथि सम्बोधन करते हुए कहा कि मड़ाई मेला हमारे पूर्वजों का धरोहर है जब किसान अपना फसल कटाई करके खेत व खलिहान से घर पहुंच जाता है और चार माह के मेहनत फल मिल जाता है अपने खुशहाली मनाने गाँव के देवी-देवताओं की पूजा पाठ करने यह मड़ाई का आयोजन किया जाता है और आसपास के देवी देवताओं को भी आमन्त्रण दिया जाता है साथ ही अपने रिश्तेदारों को भी मड़ाई का आनंद लेने बुलाया जाता है और पूरी खातिरदारी करते हैं । गरियाबंद जिला के प्रथम जिला पंचायत उपाध्यक्ष पारस ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि मड़ाई मेला हमारी दिनचर्या का सांस्कृतिक धरोहर है जिसे हम बनाये रखना चाहते हैं । मड़ाई में अतिथि कोमल मंडावी, विशेषर पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किये । इस अवसर ग्राम के जगदीश ठाकुर, रामकृष्ण दीवान,भीखम, नंदे दीवान, नोबल, दीपक कन्हैया, डोमार, हीरासिंह, नकछेड़ा राम,दिनेश ध्रुव सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे ।

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