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फर्रूखाबाद में हीरालाल साहू ने तबला सोलो वादन कर मचाया धूम…धमतरी की सांगीतिक यात्रा को दिलाई गौरवमयी पहचान

लखनऊ से ही विकसित एक अन्य वादन शैली फली फूली जो पश्चिमी और पूरब बाज के मध्य की कड़ी के रूप में विकसित हुई जिसे फर्रूखाबाद घराने के नाम से जाना गया इस बाज में न केवल जोरदारी है अपितु कोमलता का भी समावेश किया गया और साथ ही साथ प्रचलित वादन प्रकारों के साथ ही अन्य वादन प्रकार जैसे फर्शबंदी, चलन, रौं इत्यादि का दौर प्रचलन में आया।
संगीत गुरू स्व.  जगन्नाथ राव महाजन जी की विरासत को आगे बढ़ाते हुए संगीत शिक्षक  हीरालाल साहू, डॉक्टर रामकृष्ण राजपूत, अभिनंदन ग्रंथ समारोह में तबला सोलो वादन कर मचाया धूम। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं मार्ल्यापण कर किया गया। तत्पश्चात् डॉक्टर रामकृष्ण राजपूत लॉ कॉलेज नूरपुर (जसमई दरवाजा) फर्रूखाबाद में डॉक्टर रामकृष्ण राजपूत अभिनंदन ग्रंथ का लोकार्पण  विनय कुमार जिला सत्र न्यायाधीश ने किया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर हुकुम सिंह देश राजन अलीगढ़ के द्वारा किया गया वहीं मान. मुकेश राजपूत सांसद फर्रूखाबाद के मुख्य आतिथ्य, माननीय  सुशील शाक्य विधायक अमृतपुर,  अनार सिंह यादव कुलाधिपति (एम.एस.डी. सिंह विश्वविद्यालय भोजपुर),  जी.सी. अग्रवाल कमांडेंट ब्रिगेडियर, सिखलाई रेजीमेंट फतेहगढ़, वत्सला अग्रवाल अध्यक्ष नगर पालिका परिषद फर्रूखाबाद, डॉक्टर बी. के. लोधी पूर्व उप सचिव निदेशक, भारत सरकार,  दिलीप नारायण आई.आर.एस. सहायक कमिश्नर सेवानिवृत्त, डॉक्टर रूप किशोर शास्त्री कुलपति, डॉक्टर रंगनाथ मिश्र कुलपति, सुश्री मोनिका यादव अध्यक्ष जिला पंचायत फर्रूखाबाद,  मनोज अग्रवाल पूर्व एम.एल.सी., डॉक्टर सुभाष वर्मा प्राचार्य उत्तराखंड, डॉक्टर भगवत स्वरूप सेवा निवृत प्राचार्य, डॉक्टर रत्ना सिंह सीतापुर, एन.एल. पवार पंजाब,  सुंदर दास गोहराणी कानपुर के विशेष आतिथ्य में समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनय कुमार ने कहा कि-प्राचीन काल में राजा महाराजा संगीत के शौकीन होते थे और संगीतकारों, कलाकारों से प्रेम करते थे।
वे संगीतकारों की देखभाल भी करते थे और उन्हें आश्रय प्रदान भी करते थे। आज मार्केटिंग या दिखावा जैसे बाहरी तत्वों के कारण घरानों के कुछ रूढ़िवादी पारंपरिक तत्व लुप्त हो गये हैं। आज का यह कार्यक्रम आत्मीय सम्मान समारोह है और मैं इस सम्मान से काफी अभिभूत हंू।
इस अवसर पर धमतरी जिला साहित्य संगीत सांस्कृतिक मंच मुजगहन के सचिव, मेनोनाइट इंग्लिश हायर सेकंडरी स्कूल धमतरी के म्यूजिक टीचर एवं धमतरी शहर को शास्त्रीय संगीत के माध्यम से पहचान दिलाने वाले संगीत मर्मज्ञ स्व.जगन्नाथ राव महाजन के प्रिय शिष्य श्री गीतापति हीरालाल साहू ने फर्रूखाबादमें फर्रूखाबाद घराने की तबला में सोलो वादन की प्रस्तुति देकर धमतरी शहर व मेनोनाइट इंग्लिश हायर सेकंडरी स्कूल का नाम रोशन किया।
हीरालाल साहू अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकदीर्घा एवं गणमान्य नागरिकों के बीच भरपूर प्यार व वाहवाही बटोरी। हारमोनियम में संगत  लुकेश सिंह ठाकुर ने किया। तत्पश्चात डॉ.रामकृष्ण राजपूत अभिनंदन ग्रंथ समिति के पदाधिकारियों ने शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मान किया गया।इस अवसर पर  सिद्धार्थ राजपूत एडवोकेट हाई कोर्ट,  जवाहर सिंह गंगवार सह संपादक अध्यक्ष बार एसोसिएशन फर्रूखाबाद, डॉक्टर राजकुमार सिंह संपादक पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी, एवं उपस्थित माननीय सदस्यों ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की और आगत भविष्य में इसी तरह के आयोजन में शिरकत करने की अपील भी की गई।
उपलब्धि के इस अवसर पर अध्यक्ष धमतरी जिला हिन्दी साहित्य समिति एवं साहित्य संगीत सांस्कृतिक मंच  मुजगहन के संस्थापक अध्यक्ष  डुमन लाल ध्रुव, द्वारिका प्रसाद तिवारी, मन्नम राना, किरण साहेब, आकाशगिरी गोस्वामी, भूपेन्द्र मानिकपुरी, कविता ध्रुव, मयंक धुव, रामकुमार विश्वकर्मा, सुरेश कुमार साहू, शैलेन्द्र पवार, नीरज पांडे, धनंजय पांडे, ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए बधाई दिये।
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