Close

कवासी लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में सुकमा बंद, दुकानों में ताले, सड़कों पर सन्नाटा, कांग्रेसी कर रहे नारेबाजी

Advertisement Carousel

सुकमा। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इसी क्रम में इस घोटाले के आरोप में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद कोर्ट ने पूछताछ के लिए रिमांड पर भेज दिया है। इसके बाद सियासत भी तेज हो गई है। लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस ने गुरुवार को सुकमा बंद का ऐलान किया है। इस बंद का इसका असर आज सुबह से देखा भी जा रहा है। यहां दुकानों पर ताले लगे है तो वहीं सड़कों पर भी आवाजाही बंद है।



जिला कांग्रेस ने एक दिवसीय सुकमा बंद का आह्वान किया है। सुबह से व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर में नारेबाजी करते हुए लखमा की गिरफ्तारी पर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को 15 जनवरी को ED ने तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था। बता दें कि इस मामले में लखमा के बेटे हरीश को भी आरोपी बनाया है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है।

डुप्लीकेट होलोग्राम के जरिए चलता था पूरा खेल
ED के अनुसार बता दें कि छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान साल 2019 से लेकर 2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकार अवैध शराब बेची जाती थी। इसके चलते छत्तीसगढ़ के राजस्व विभाग को करोड़ो रुपयों का नुकसान हुआ। शराब को स्कैनिंग से बचाने के लिए नकली होलोग्राम लगाया जाता था। इस होलोग्राम को बनाने के लिए घोटाले में संलिप्त लोगों ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में होलोग्राफी का काम करने वाली PHSE (प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) कंपनी को टेंडर दिया था।

scroll to top