रायपुर।छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र जारी है। सदन में दूसरे दिन ध्यानाकर्षण में बिलासपुर के लोफंदी में लोगों की मौत का मामला गूंजा। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने यह मामला उठाया। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि लोफंदी में मादक पदार्थ के सेवन से लोगों की मौत हुई थी। मामले में विभागीय मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि 6 लोगों की मौत असमय होने की सूचना मिली थी। पुलिस सूचना से पहले अंतिम संस्कार किया गया था। आकस्मिक मृत्यु की बात ग्रामीणों ने कही है। अवैध शराब बेचने वालों की संपत्ति कुर्क की जा रही है।
इस दौरान पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा कि लोगों की मौत कच्ची शराब पीने के कारण हुई है। गांव वालों ने बताया कि कच्ची शराब बनती है। सरकार कच्ची शराब बनाने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं? इस मुद्दे को लेकर सदन में सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी बहस भी हुई। HM विजय शर्मा के जवाब से कांग्रेस विधायक असंतुष्ट दिखे। नाराज कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
क्या हुआ था लोफंदी गांव में?
बिलासपुर जिला मुख्यालय से 11 किमी दूर लोफंदी गांव में जहरीली शराब पीने से तीन दिन के भीतर 9 ग्रामीणों की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने दावा किया है कि सभी मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है। वहीं, प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत होने से इनकार किया है। छह लोगों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही कर दिया गया था। इसे लेकर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई थी।