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अभनपुर भारतमाला घोटाला में एक और कार्रवाई, अपर कलेक्टर के बाद अब डिप्टी कलेक्टर भी सस्पेंड

रायपुर। विशाखापट्नम भारतमाला सड़क प्रोजेक्ट में अभनपुर इलाके में जमीन के बटांकन में गड़बड़ी कर प्रभावित लोगों को ज्यादा मुआवजे दिलवाने और इस तरह शासन को करीब 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान पहुंचाने के मामले में कार्रवाई जारी रखते हुए राज्य शासन ने मंगलवार को कोरबा के डिप्टी कलेक्टर शशिकांत कुर्रे को सस्पेंड कर दिया है। करीब तीन साल पहले जब अभनपुर में मुआवजा भारतमाला सड़क के लिए अधिगृहीत जमीन का मुआवजा बांटा जा रहा था, तब शशिकांत अभनपुर तहसीलदार थे। दो दिन पहले शासन ने इसी मामले में जगदलपुर निगम कमिश्नर तथा अपर कलेक्टर निर्भय कुमार साहू को भी सस्पेंड किया था। इस मामले में एक तत्कालीन तहसीलदार और तीन पटवारी पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। करीब दो साल पहले शासन के निर्देश पर रायपुर प्रशासन ने तत्कालीन प्रशासनिक अफसरों से इस शिकायत की जांच करवाई थी। जांच रिपोर्ट में जितने अफसरों को 50 करोड़ रुपए के गोलमाल में दोषी ठहराया गया था, अब सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।



बता दें कि प्रशासन की ओर से करवाई गई हाई लेवल जांच की रिपोर्ट में कहा गया था। कि उस वक्त अभनपुर इलाके में सड़क के लिए जितनी जमीन का अधिग्रहण किया गया, उन्हें वास्तविक मुआवजे से अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया। ऐसा जमीन दस्तावेजों में हेरफेर से किया गया। यह राशि 45 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई थी। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में अभनपुर के तत्कालीन एसडीओ (डिप्टी कलेक्टर), तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारियों को जिम्मेदार माना था। यह रिपोर्ट तत्कालीन कलेक्टर ने राजस्व विभाग को भेजी थी, जिसके आधार पर छह माह पहले राजस्व विभाग ने इस मामले में अभनपुर में पदस्थ तत्कालीन नायब तहसीलदार लखेश्वर प्रसाद किरण (अभी तहसीलदार) तथा तीन पटवारियों जितेंद्र साहू, दिनेश पटेल और लेखराम देवांगन को सस्पेंड किया था। दो अफसर प्रमोट हो गए थे, जिनमें से अपर कलेक्टर साहू को सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने दो दिन पहले सस्पेंड किया और आज डिप्टी कलेक्टर कुर्रे के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई कर दी गई।

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