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विधानसभा में नायब सिंह सैनी सरकार ने बिना मतदान ध्वनिमत से पारित हुआ विश्वास प्रस्ताव

चंडीगढ़। हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने सदन में बहुमत हासिल कर लिया है। बुधवार को सदन में पेश प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया गया। सुबह ठीक 11 बजे सीएम नायब सिंह सैनी सदन में पहुंचे और शोक प्रस्ताव पढ़ने के बाद विश्वास प्रस्ताव पेश किया।

इसके बाद विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। स्पीकर ने सदन में एक घंटा विपक्ष और एक घंटा सत्तापक्ष को विश्वास मत पर बोलने का समय तय किया था। चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक रघुबीर कादियान ने कहा कि 11 मार्च को पीएम हरियाणा आते हैं तो वहां पर पूर्व सीएम मनोहर लाल की तारीफों के पुल बांधे जाते हैं। अगले दिन यह घटना घटती है, इसका असर जनता पर भी पड़ता है। जो वोट बैंक किसी राजनीतिक पार्टी का था उसमें एंटी इंकम्बेंसी आ जाती है। मनोहर लाल के साथ हमारी संवेदना है, उन्हें बड़े बेआबरू होकर बाहर निकाला गया। इतना बड़ा चीरहरण तो द्रौपदी का भी नहीं हुआ था।

वहीं विधायक राव दान सिंह ने कहा कि क्या इमरजेंसी थी कि अचानक विश्वास मत हासिल करने की जरूरत पड़ी। 11 मार्च को पीएम पूर्व मुख्यमंत्री की तारीफों के पुल बांधते हैं और रातोंरात पूरा सीन बदल जाता है। मुझे लगता है कि इस सरकार में कुछ न कुछ कमियां जरूर रही होंगी, इसलिए यह कदम उठाना पड़ा। अपने बदतर हालात को छिपाने के लिए सरकार ने यह परिवर्तन किया। इधर उधर की बात मत कर यह बता कि यह कारवां क्यों लुटा। राव दान सिंह ने कहा कि मैं इस विश्वास मत का विरोध करता हूं, इसका चुनाव सीक्रेट बैलेट पर करवाया जाए।

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