Close

कही-सुनी (17 MARCH-24):साय सरकार का चुनावी दांव

रवि भोई की कलम से

भाजपा छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटें जीतने के लिए ताल ठोंक रही है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह चाल भी चल रही है। चुनाव की घोषणा से पहले ही सभी 11 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी और तीन महिलाओं को प्रत्याशी बनाकर नया संदेश भी दे दिया, वहीं विष्णुदेव साय की सरकार ने किसानों को मालामाल कर दिया है। पहले दो साल का बकाया बोनस किसानों के खाते में डाला, फिर फटाफट धान के समर्थन मूल्य का भुगतान किया। 12 मार्च को कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत अंतर की राशि भी किसानों को मिल गया। धान की कीमत 3100 प्रति क्विंटल पाकर लाखों किसान तो गदगद हैं हीं, साय सरकार ने महतारी वंदन योजना के तहत लाखों महिलाओं को हर माह एक हजार रुपए देकर अपने से जोड़ लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले चार फीसदी महंगाई भत्ता देकर कर्मचारियों और पेंशनरों का दिल जीत लिया है। कहते हैं किसान, महिला और कर्मचारियों को साधकर भाजपा की सरकार ने लोकसभा चुनाव में जीत के लिए अपना मार्ग प्रशस्त कर लिया है।

दुर्ग का दबदबा

लोकसभा चुनाव में कौन जीतता और कौन हारता है, यह तो नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन फिलहाल तो दुर्ग के राजनेताओं की राजनीति में पकड़ मजबूत दिखाई दे रही है। दुर्ग की सांसद रही सरोज पांडे इस बार कोरबा लोकसभा से भाजपा की उम्मीदवार हैं तो दुर्ग के ही सांसद रहे पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू को कांग्रेस ने महासमुंद से लोकसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। पूर्व मुख्यमंत्री और दुर्ग जिले के पाटन के विधायक भूपेश बघेल भी दुर्ग से बाहर निकलकर राजनांदगांव की ओर रुख किया है। वे राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। वैसे भूपेश मंत्रिमंडल में भी दुर्ग जिले के विधायकों की संख्या ज्यादा थी। साय मंत्रिमंडल में दुर्ग जिले का अभी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। बेमेतरा जिले से दयालदास बघेल मंत्री हैं।

2005 बैच वजनदार

छत्तीसगढ़ में इन दिनों 2005 बैच के आईएएस वजनदार कहे जा रहे हैं। 2005 बैच के आईएएस मुकेश कुमार सचिव वित्त और सामान्य प्रशासन हैं तो आर. शंगीता सचिव आवास और पर्यावरण के साथ आबकारी सचिव भी हैं। इसी बैच के राजेश टोप्पो विशेष सचिव जल संसाधन और एस प्रकाश परिवहन सचिव और परिवहन आयुक्त हैं। रमन सिंह के तीसरे कार्यकाल में भी 2005 बैच के अफसरों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी। भूपेश बघेल के कार्यकाल में 2006 बैच के कुछ अफसर आगे बढ़ गए थे। कांग्रेस राज में 2006 बैच के कुछ अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी।

छग के अफसर केंद्र की ओर भी

भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल में भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर गए कुछ अफसर राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर लौटआए, तो कुछ अफसर केंद्र सरकार की ओर रुख भी करने लगे हैं। 2009 बैच के आईएएस तंबोली अय्याज फकीरभाई भारत सरकार में जाने के लिए कार्यमुक्त हो गए हैं। उन्हें कैबिनेट सचिवालय में डायरेक्टर बनाया गया है। कहते हैं 2011बैच के एक आईएएस अफसर भी भारत सरकार में जाना चाहते हैं और पोस्टिंग आदेश का इंतजार कर रहे हैं। बताते हैं इनके अलावा एक-दो अफसर दिल्ली में अच्छी पोस्टिंग की कवायद में लगे हैं।

चुनावी माहौल का आगाज

होली के पहले चुनावी माहौल का आगाज हो गया। भारत निर्वाचन आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी। छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में मतदान होगा। राज्य में 7 मई तक चुनावी सरगर्मी शबाब पर रहेगी। इसके बाद 4 जून तक सन्नाटा रहेगा, फिर नतीजों के साथ माहौल बदलेगा। इस बार लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा में करीब एक हफ्ते का विलंब हुआ। चुनाव तारीखों की घोषणा होते तक आईएएस अफसरों से लेकर इंस्पेक्टर तक का तबादला लिस्ट खूब जारी हुआ। पुलिस, वन, जेल और सिंचाई महकमे में अफसरों-कर्मचारियों के तबादले किए गए।

(लेखक पत्रिका समवेत सृजन के प्रबंध संपादक और स्वतंत्र पत्रकार हैं।)
(डिस्क्लेमर – कुछ न्यूज पोर्टल इस कालम का इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी से आग्रह है कि तथ्यों से छेड़छाड़ न करें। कोई न्यूज पोर्टल कोई बदलाव करता है, तो लेखक उसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। )

 

 

scroll to top