रायपुर। प्रदेश में अब लोकसभा चुनाव का प्रशिक्षण अप्रैल में होगा। राज्य के हजारों मसीहियों ने लोकसभा चुनाव के प्रशिक्षण की तिथि बदलने की मांग की थी। 29 मार्च को प्रभु यीशु का बलिदान दिवस गुड – फ्राइडे है। 30 मार्च को मौन प्रार्थना दिवस और 31 मार्च को प्रभु यीश का पुनरूत्थान पर्व ईस्टर है। रायपुर समेत कई जिलों इसी दौरान चुनाव प्रशिक्षण रखा गया था।
छत्तीसगढ़ डायसिस के सचिव नितिन लॉरेंस और प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने सीईओ रीना बाबा साहब कंगाले व कलेक्टरों को पत्र लिखकर मांग की थी कि प्रशिक्षण की तिथियों में परिवर्तन किया जाए। लॉरेंस और पॉल ने मसीही समाज की और से सीईओ कार्यालय का आभार मानते हुए कृतज्ञता व्यक्त की है। हाल ही में मसीहीजनों का 40 दिनों का उपवासकाल पूरा होने के बाद सोमवार से दुख भोग सप्ताह चल रहा है। विश्वभर के साथ भारत व छत्तीसगढ़ में हर मसीही के लिए ये दिन आत्मिक और भावनात्मक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस वजह से चुनाव आयोग व सीईओ से आग्रह गया था कि वे मसीहीजनों की धार्मिक भावनाओं का आदर करते हुए प्रशिक्षण की तिथियों को आगे बढ़ाने का आदेश जारी करें।