रायपुर। बुधवार को शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर में आईक्यूएसी क्वालिटी सर्कल की जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें रायपुर जिले के समस्त शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य, आईक्यूएसी समन्वयक तथा विज्ञान महाविद्यालय के आईक्यूएसी प्रभारी, सलाहकार एवं समस्त सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक के प्रारंभ में प्राचार्य एवं वक्ताओं के स्वागत के पश्चात डाॅ. वर्षा करंजगांवकर ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई तथा डाॅ सुनिता पात्रा के द्वारा नैक से संबधित जानकारी पर प्रकाश डाला गया एवं प्राचार्य डाॅ अमिताभ बैनर्जी द्वारा महाविद्यालय के गुणवत्ता सुधार हेतु मार्गदर्शन दिया गया।
बैठक दो सत्रों में संपन्न हुई, जिसमें संस्थान के शैक्षणिक सुधार और गुणवत्ता संवर्धन से जुड़े अहम मुद्दो पर चर्चा की गई।
प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता डाॅ बलवन्त ठाकुर, प्राध्यापक तथा विभागाध्यक्ष गणित, पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर का परिचय डाॅ सविता सिंग के द्वारा दिया गया। उन्होंने कोर्स आउटकम और प्रोग्राम आउटकम के विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया उन्होनें पाठ्यक्रम और कार्यक्रम स्तर पर छात्रों के सीखने की क्षमता के आकलन को मापने की प्रक्रिया, तथा गुणवत्ता सुधार में इसकी भूमिका को विस्तार से समझाया।
द्वितीय सत्र की मुख्य वक्ता डाॅ जगजीत कौर सलुजा, प्राध्यापक तथा विभागाध्यक्ष, भौतिकशास्त्र, शासकीय वी वाय टी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग का परिचय डाॅ सुलोचना हबलानी के द्वारा दिया गया। उन्होंने नैक सुधार 2024 बायनरी एक्रिडेटेशन विषय पर प्रकाश डाला। इसे उन्होंने एक अवसर के रूप में देखते हुए संस्थान में गुणवत्ता उन्नयन के लिए एक अहम कदम बताया तथा नए मापदण्डों को संस्थानों पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर बताया कि छोटे-छोटे प्रयासों के माध्यम से अंको में सुधार कर अच्छा ग्रेड प्राप्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ कविता दास द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन डाॅ वर्षा करंजगंावकर, आईक्यूएसी प्रभारी द्वारा किया गया।