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नयी पीढ़ी पढ़ रही है इसलिए उम्मीद भी है

० विश्व पुस्तक दिवस पर लोहिया सदन में प्रदर्शनी का आयोजन
भोपाल। विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य में समता ट्रस्ट ने जहांगीराबाद स्थित लोहिया सदन लाइब्रेरी में पुस्तक व पत्र- पत्रिकाओं की प्रदर्शनी व चर्चा का आयोजन किया । लोहिया सदन लाइब्रेरी की निदेशक डॉ शिवा श्रीवास्तव के संयोजन में हुए इस आयोजन में माधवराव सप्रे समाचारपत्र संग्रहालय के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर , साहित्यकार मुकेश वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर विशेष रूप से उपस्थित थे। पुस्तक – प्रदर्शनी का विमोचन पूर्व – पार्षद श्रीमती बिलकिस जहां व भोपाल की गणमान्य महिलाओं ने किया। अध्यक्षता लोहिया सदन के संस्थापक समाजवादी चिंतक व राजनेता रघु ठाकुर ने की। विजयदत्त श्रीधर व मुकेश वर्मा का सम्मान समता ट्रस्ट की ओर से मदन जैन व डॉ शिवा श्रीवास्तव ने किया।



लोहिया सदन पुस्तकालय के विषय में बताते हुए रघु ठाकुर ने कहा कि सन् 1985 में समाजवादी राजनेता मधु लिमए के हाथों शुरू हुए इस पुस्तकालय के लिए ललितपुर के डॉ शादीलाल दुबे का विशेष सहयोग रहा। उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पच्चीस हजार रुपए की एफडी कराई थी।‌ वे जब नहीं रहीं तो यह धनराशि लोहिया सदन को सौंप दी। आज लोहिया सदन में डा. शादीलाल दुबे के नाम से एक कक्ष है व एक डॉ विजय देव नारायण साही के नाम से। रघु ठाकुर ने कहा कि बड़े राजनीतिक दलों के भवन जिन ट्रस्टों से संचालित हैं उनपर नाममात्र का सम्पत्ति कर लगता है जबकि लोहिया सदन पर उससे कई गुना ज्यादा लगता है। व्यवस्था इस तरह का भेदभाव करती है।

रघु ठाकुर ने कहा कि पहले यहां पुस्तकें गोदाम की तरह अटी पड़ी थीं, पुस्तकालय की शक्ल बहुत मेहनत से डॉ शिवा श्रीवास्तव ने दी। निराशा के दौर में डा. लोहिया की किताब ‘ निराशा के कर्तव्य ‘ पढ़ने की जरूरत उन्होंने बताई।
माधवराव सप्रे समाचारपत्र संग्रहालय के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि पहले राजनेता पुस्तकालयों में बैठते थे तो सदन में अच्छी और तार्किक बहसें होती थीं। आजादी की लड़ाई के समय पुस्तकालय ही विचार विमर्श के केन्द्र होते थे। पुस्तकें अब भी पढ़ी जा रही हैं जिससे उम्मीद जगती है।साहित्यकार मुकेश वर्मा ने कहा कि कौन सी किताब प्राथमिकता से पढ़ी जाये यह समझ विकसित होना जरूरी है।

राजनीतिक विश्लेषक व पत्रकार गिरिजा शंकर ने कहा कि देश में नौजवान खूब पढ़ रहे हैं और कैरियर की चिंता किए बिना खूब रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े भी हैं। इसे देखकर लगता है कि मुल्क पटरी पर आ जाएगा।
आयोजन में सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए पंचायती राज के विशेषज्ञ श्याम बोहरे ने कहा कि केरल जैसे राज्य में शिक्षा का स्तर इसलिए भी ऊंचा है कि वहां गांव गांव में पुस्तकालय हैं।
लोहिया सदन के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए समता ट्रस्ट के अध्यक्ष मदन जैन ने बताया कि लोहिया सदन अनेक शुभचिंतकों की मदद से बना है और नियमित रूप से विमर्श व समाज हित के कार्यक्रम आयोजित करता है।
कार्यक्रम में पूर्व पार्षद मकसूद भाई, पंकज पाठक, इरशाद खान, साजिद हाशमी, श्री चांदवानी, अनिल गिदवानी, श्री वसीम , श्रीमती भंडारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक व पुस्तकालय विज्ञान के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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