शिलांग। राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस की ओर से रिमांड न मांगे जाने के बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया। सहायक लोक अभियोजक तुषार चंदा ने बताया, ‘अदालत ने दोनों आरोपियों को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने हिरासत की मांग नहीं की थी। जांच अधिकारी ने न्यायिक हिरासत की मांग की थी। अदालत ने 13 दिन की न्यायिक हिरासत मंजूर की।’
राजा के भाई ने फिर की नार्को टेस्ट की मांग
राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा कि मेघालय पुलिस… उनकी रिमांड आठ दिन से भी नहीं बढ़ा पाई। राज ने अभी तक यह नहीं बताया है कि उसने हत्या क्यों की। राज चाहता तो सोनम के साथ पहले ही भाग सकता था। उन्हें राजा की हत्या क्यों करनी पड़ी? क्या मेघालय पुलिस उनसे डरती है? क्या वे इतने बड़े गैंगस्टर हैं? मुझे यह सब समझ में नहीं आता। मैं नार्को टेस्ट की मांग करते-करते थक गया हूं। अगर नार्को टेस्ट नहीं हुआ तो मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी जाऊंगा। हमें अभी भी समझ में नहीं आ रहा है कि उन्होंने मेरे भाई की हत्या क्यों की?
क्या है मामला?
राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को मेघालय के सोहरा इलाके में हनीमून मनाते समय लापता हो गए थे। उनका शव 2 जून को एक घाटी में सड़ी-गली हालत में मिला था। सोनम ने 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया था। मामले में पुलिस ने कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था। मामले में चार आरोपी बताए गए, जिनमें सोनम मुख्य आरोपी है। अन्य आरोपी भाड़े के हत्यारे हैं- विशाल सिंह चौहान, राज कुशवाहा और आनंद कुर्मी। सभी इंदौर के निवासी हैं। डीजीपी आई नोंग्रांग ने बताया था कि इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या मेघालय में हनीमून के दौरान उनकी पत्नी द्वारा किराए पर बुलाए गए लोगों ने ही की थी।