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गरियाबंद जिले के कमार जनजाति बाहुल्य ग्राम भीरालाट में पहुंची बिजली की रौशनी

 

० बारिश के दिनो मे बिजली लगने से कमार जनजाति के लोगो में भारी उत्साह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया

गरियाबंद। बिजली की रौशनी पहुचने की खुशी क्या होती है इसे यदि जानना है तो आदिवासी कमार बाहुल्य ग्राम भीरालाट के ग्रामीणों के बीच पहुचकर ही महसुस किया जा सकता है, गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दुर नेशनल हाईवे मैनपुर गरियाबंद मुख्य मार्ग के किनारे बसे ग्राम पंचायत जोबा के आश्रित ग्राम भीरालाट बिजली की रौशनी पहुचने में 75 वर्ष का समय लग गया और अब जब गांव में बिजली की रौशनी पहुच गई तो ग्रामीणों के चेहरे में खुशी देखने को मिल रहा है और ग्रामीणों ने इसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और छत्तीसगढ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए खुशी जाहिर किया है साथ ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को अपने गांव आने का निमंत्रण भी दिया है।

मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के अलावा जिले के दर्जनों ग्रामो में आज भी बिजली की रौशनी नही पहुच पाई है ग्रामीण बिजली लगाने की मांग को लेकर वर्षो से संघर्ष कर रहे है, ऐसे में छत्तीसगढ सरकार के महत्वपूर्ण योजना जो विशेष पिछडी जनजातियों के लिए संचालित किया जा रहा है पीएम जनमन योजना इसके तहत लगातार मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के छिंदौला, लूठापारा में तीन माह पूर्व ही बिजली की रौशनी पहुच चुकी थी तो वही नेशनल हाईवे मैनपुर गरियाबंद मार्ग में बसे कमार बाहुल्य पारा भीरालाट जिसमें लगभग 15 से 18 कमार जनजाति परिवार के लोग निवास करते है इस गांव में बिजली अब तक नही लगी थी यहा के ग्रामीणों ने कई बार बिजली लगाने की मांग कर थक चुके थे , गरियाबंद जिला के कलेक्टर दीपक अग्रवाल के सक्रियता और लगातार दिशा निर्देश के बाद बिजली विभाग गरियाबंद के कार्यपालन अभियंता अतुल तिवारी के विशेष प्रयास से पीएम जनमन योजना के तहत ग्राम भीरालाट में एक माह पूर्व सर्वे कर गांव में बिजली का नया ट्रांसफार्मर लगाया गया और इस गांव के विशेष पिछडी जनजाति कमार ग्रामीणों के 15 घरों में बिजली का कनेक्शन दिया गया है एक सप्ताह पूर्व यहा के बिजली के कनेक्शन लगाया और बकायदा इसका ट्रायल कर आज विधिवत प्रारंभ कर दिया गया बारिश के इन दिनों में गांव में बिजली की रौशनी पहुच जाने से ग्रामीणों में भारी खुशी देखने को मिल रही है। कमार जनजाति ग्रामीण बिसाइहीन बाई, गुमान सिंह, सुंदरी बाई, रामनाथ, रमशिला, तुलसीराम, रोहित नेताम ने बताया कि गांव में बिजली की रौशनी पहुच जाने से ग्रामीण भारी खुश है और ग्रामीणों ने देश के प्रधानंमंत्री नरेन्द्र मोदी एंव मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है।


जंगल के बीच घीरे इस गांव में सौर उर्जा सही नही चल रहा था हमेंशा जंगली जीव जन्तुओं का भय बना रहता था,

ग्राम पंचायत जोबा के आश्रित ग्राम पारा भीरालाट जो नेशनल हाईवे के किनारे बसा है लेकिन यह गांव चारो तरफ घने जंगल से घिरा हुआ है जिसके कारण खासकर बारिश के दिनो मे यहा जहरीले जीव जन्तुओं का डर बना रहता है तो वही सौर उर्जा सही नही जल पा रहा था एक डेढ घंटा ही रौशनी हो पाता था पुरी रात ग्रामीणों को अंधेरे मे जीवन यापन करना पडता था जंगल क्षेत्र होने के कारण हमेशा हिंसक वन्य प्राणियों का अलग डर बना रहता था अब गांव में बिजली लग जाने से लोगो को खासकर इस बारिश के दिनो में काफी सुविधाए मिलने लगी है, यहा के बच्चों को अब लालटेन की रौशनी में रात में पढाई करने से छुटकारा मिल गई है।

क्या कहते है बिजली विभाग के अधिकारी

बिजली विभाग गरियाबंद के कार्यपालन अभियंता अतुल तिवारी ने बताया पीएम जनमन योजना के तहत विशेष पिछडी जनजाति ग्रामो में लगातार बिजली लगाने का कार्य किया जा रहा है, गरियाबंद जिले के ग्राम पचायत जोबा अंतर्गत भीरालाट में भी बिजली की कनेक्शन लगाया जा चुका है और गांव में घर घर मीटर लगाकर बिजली सुचारू रूप से पहुचाया जा रहा है।

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