० केंद्र, मणिपुर और हरियाणा सरकारों से मांग की कि वो अपना राज धर्म निभाएं , पीड़ितों को न्याय दे
रायपुर। मणिपुर और हरियाणा में हिंसा के विरोध में रविवार को राजधानी में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की छांव तले सभी धर्मों के प्रतिनिधि और देशभक्त जुटे। उन्होंने मृतकों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना की व श्रद्धांजलि अपिर्त की। दोनों राज्यों और केंद्र सरकारों से वहां शांति स्थापित करने का अनुरोध किया। सर्व आस्था मंच के तत्वावधान में विभिन्न धर्मगुरु ने विश्वशांति के लिए दुआ मांगी। इसके बाद राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
सर्व आस्था मंच के अध्यक्ष द मोस्ट आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर, सीएनआई के बिशप द राइट रेवरेंड अजय उमेश जेम्स, सचिव नितिन लारेंस, मंच के उपाध्यक्ष व सिख समाज के प्रतिनिधि सरदार मनमोहन सैलानी व मुस्लिम समाज से एडवोकेट फैसल रिजवी, रंगकर्मी निसार अली और श्री हुसैनी, मंच प्रवक्ता व जैन समाज के प्रतिनिधि प्रेमशंकर गौटिया, महासचिव फादर सेबेस्टियन पी, सिस्टर दीपिका, रुचि धर्मराज, मेरी ने भी संबोधित किया। अनेक समाजसेवी, धर्मगुरू, धर्म बहिनें, पास्टर्स, फादर्स, प्रदेश व देश की शांति व विकास के हिमायती नागरिक शामिल हुए। संचालन जॉन राजेश पॉल ने किया। श्री राजेश लाल, अजय जॉन, सुदेश दास, दीपक गिड़ियन, पादरी हेमंत टिमोथी, पादरी सुनील, कुमार पादरी, पादरी अब्राहम दास, पादरी असीम प्रकाश विक्रम, मार्थोमा चर्च के मोहन सी सैमुअल, कुंदुख उरांव प्रगतिशील समाज के वसंत तिर्की, अखिल भारतीय इसाई समुदाय अधिकार संगठन के गुरविंदर चड्ढा, सेंट मैथ्यूज चर्च की सचिव अर्पणा कौशिक, लिली भागीरथी, सुरेश मसीह, विभोर सिंह , महिला सभा की सचिव ज्ञानमणि पाल, रीना सुहेल एहसान आलोक चौबे, अंजू सोलोमन,
रेवरेंड सेवियो वर्गीज, सैम कोशी, प्रमिला सैमुअल, राजी जैकब, के ओ सैमुअल, सी ए सैमुअल, जोस मैथ्यूज, डॉक्टर अमूल्या,
ग्रेस चर्च के सचिव प्रणय आसना व चप्पी जकरिया, प्रवीण जेम्स, वीके कासू, जेवियर प्रकाश, डॉक्टर रीता चौबे, डीकन जीवन मसीह दास, मनशीष केजू, ऐश्वर्य लिविंगस्टन आशीष मसीह, सुरेश नंद, प्रतीक ख़्रीस्ट, प्रदीप मार्टिन, हारून मसीह, पी केरकेट्टा, लीना स्टीफ़न, अंजुमा जॉनसन, अरुण जॉन, आनंद रॉबर्ट्स, एन के पॉल, विजय जेकब, अनमोल हेमराज़, हर्षल सोलंकी, विशाल चंद, विनय चंद, महिमा स्टीफ़न, जागृति कुमार, सीमा दास, स्नेहलता नाथ, आशा पॉल, प्रतिभा मसीह, नमिता जेकब, विनीता मसीह, वर्षा सैमुएल, सैजू माथन, कुसुम माथन, मास्टर नोएल माथन,.मास्टर आर्यन माथन, साधना लुकस, मार्ग्रेट विक्रम, मोरिस विक्रम, प्रेम प्रकाश चंद, एंजलीना मसीह, प्रभु प्रकाश मसीह, प्रशंसा मसीह, राजेश ज्वेल, सारिका रॉबर्ट्स, मास्टर दिशान रॉबर्ट्स, नवीन विसली, सुमा विसली, मंजीत गार्डिया, केवल टाँडी, सभी डिनॉमिनेशन, संस्थाएं, संगठन, समाजसेवी भी शामिल हुए।
आर्च बिशप विक्टर हेनरी ठाकुर ने कहा कि हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अहिंसा और प्रेम के पुजारी थे। छत्तीसगढ़ वासी भी उसी रास्ते पर चलने में विश्वास करते हैं। हरियाणा के नुह और मणिपुर में पीड़ितों को सुरक्षा दी जाए । उनकी भलाई के काम की जाएं। हमारी राष्ट्रीय एकता को अक्षुण रखा जाए। ऐसा लगता है कि मणिपुर की घटनाएं प्रायोजित है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई ने कहा था कि राष्ट्र अध्यक्ष को अपना राज धर्म निभाना चाहिए । यही आज की भी जरुरत है।
सी एन आई के बिशप अजय उमेश जेम्स ने कहा कि देश के नागरिक प्रजातंत्र की रक्षा के हिमायती हैं। प्रजातंत्र में दायित्व और नागरिकों रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनिपुर के लोगों की पीड़ा को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। हम सब दायित्व है कि हम अपने संवैधानिक अधिकारों का हनन होने से रोकें। उसके खिलाफ आवाज बुलंद करें।
एडवोकेट फैजल रिजवी ने कहा कि जो जल रहा है उसे अंगारे दो। आदमी हो तो आदमी को प्यार दो।
मनमोहन सेलानी ने कहा कि भारत नानक, कबीर, फरीद और संत महात्माओं की भूमि है। यहां हिंदू मुस्लिम सिख इसाई जैन फारसी की बात नहीं है, बल्कि इंसानियत की बात है। सत्ता डराने के लिए नहीं पर लोगों को संभालने के लिए होनी चाहिए। जिनको हमने चुना वही हमें चुन चुन कर मार रहे हैं।
प्रसिद्ध रंग कर्मी निसार अली ने कहा कि लड़ाई बेरोजगारी मुफलिसी गरीबी की खिलाफ लड़ी जानी चाहिए। ना कि इंसानों को इंसानों से लड़ाना चाहिए। अगर ऐसा होता है अवाम सड़क की लड़ाई लड़ती है जैसा आज यहां सड़कों पर उतरी है।