Close

भक्तिभाव में डूबे दिखे ब्रिटेन के PM, पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ अक्षरधाम मंदिर में ऋषि सुनक ने की पूजा

नेशनल न्यूज़। G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच यहां प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर आकर दर्शन किए। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ उनकी पत्नी श्रीमती अक्षता मूर्ति भी साथ आई थीं। मंदिर पहुंचने पर वहां के पुजारियों ने उनका स्वागत किया। मंदिर में सुनक दंपति ने भगवान स्वामीनारायण की ‘पूजा’ भी की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के साथ राजघाट गए थे और वहां अहिंसा के सबसे बड़े शांतिदूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इसके बाद सुनक अपनी पत्नी के साथ अक्षरधाम मंदिर पहुंचे। अक्षरधाम मंदिर के निदेशक ज्योतिंद्र दवे ने बताया कि ऋषि सुनक करीब 45 मिनट तक मंदिर में रूके। सुनक दंपति ने पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मंद्र में पूजा-अर्चना की। इस दौरान ऋषि सुनक को अक्षरधाम मंदिर का मॉडल भेंट स्वरूप दिया गया।

अक्षरधाम मंदिर के वरिष्ठ अधिकारियों और स्वामियों ने सुनक दंपति का स्वागत किया। मंदिर के वरिष्ठ नेताओं ने बाचोसनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के आध्यात्मिक नेता महंत स्वामी महाराज की तरफ से एक विशेष संदेश भी जारी किया। बीएपीएस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मंदिर में दर्शन के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री को 100 एकड़ के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परिसर स्वामीनारायण अक्षरधाम का अवलोकन कराया गया, जो भारत की परंपराओं और प्राचीन वास्तुकला दर्शाता है तथा आस्था, भक्ति एवं सौहार्द के शाश्वत हिंदू आध्यात्मिक संदेश को बढ़ावा देता है। मुख्य मंदिर परिसर में सुनक और उनकी पत्नी ने पवित्र तस्वीरों को नमन किया और कला एवं वास्तुकला की प्रशंसा की। बयान में कहा गया कि दंपति ने नीलकंठ वर्णी महाराज का अभिषेक भी किया और विश्व की शांति, प्रगति एवं सौहार्द के लिए प्रार्थना की।

बयान में सुनक के हवाले से कहा गया है, ‘‘मेरी पत्नी और मुझे आज सुबह स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में दर्शन-पूजन करके खुशी हुई। इस मंदिर की सुंदरता और शांति, सौहार्द तथा बेहतर इंसान बनने के इसके सार्वभौमिक संदेश से हम विस्मित हो गए। यह न केवल पूजा स्थल है, बल्कि एक ऐतिहासिक स्थल भी है, जो भारत के मूल्यों, संस्कृति और दुनिया में उसके योगदान को भी दर्शाता है।” उन्होंने कहा, ‘‘आज हम ब्रिटेन में इन्हीं मूल्यों और संस्कृति को ब्रिटिश-भारतीय समुदाय द्वारा हमारे देश में किए गए सकारात्मक योगदान के माध्यम से देखते हैं।” सुनक ने कहा, ‘‘मैं आज सुबह परम पावन महंत स्वामी महाराज का आशीर्वाद पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और मुझे पता चला कि वह बहुत जल्द ही अमेरिका के रॉबिंसविले में एक और सुंदर स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का उद्धाटन करने जा रहे हैं। मैं इस उद्घाटन के लिए उन्हें और बीएपीएस के सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देता हूं।”

 

scroll to top