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CG BREAKING: छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट के मंत्रियों के प्रभार में बड़ा बदलाव, देखें आदेश

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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बड़ा फेरबदल किया है। राज्य में आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों का पुनर्वितरण किया गया है। इस बदलाव का कारण हाल ही में बने नए मंत्रियों को जिले का प्रभार सौंपना बताया जा रहा है। शासन द्वारा जारी आदेश में 6 मंत्रियों को नए जिले का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया है। उपमुख्यमंत्री

विजय शर्मा को मिली नई जिम्मेदारी

नए आदेश के अनुसार उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा अब दुर्ग, बालोद, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री होंगे। इसके पहले उनके पास सीमित प्रभार था, लेकिन अब उन्हें प्रदेश के औद्योगिक जिले दुर्ग और आदिवासी अंचल बस्तर जैसे महत्वपूर्ण जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसे सरकार की रणनीतिक नियुक्ति माना जा रहा है। श्याम बिहारी जायसवाल को बलौदा बाजार-भाटापारा कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को बलौदा बाजार-भाटापारा जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। यह जिला राजनीतिक दृष्टि से अहम माना जाता है। यहां पर सामाजिक संतुलन और राजनीतिक समीकरण को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है।

लक्ष्मी राजवाड़े को बलरामपुर-रामानुजगंज नई नियुक्ति में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। यह जिला उत्तर छत्तीसगढ़ के सबसे संवेदनशील जिलों में गिना जाता है, जहां विकास कार्यों और प्रशासनिक गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

गजेंद्र यादव को राजनंदगांव नव नियुक्त मंत्री गजेंद्र यादव को राजनंदगांव जिले का प्रभार सौंपा गया है। राजनंदगांव को राजनीतिक रूप से हमेशा से हॉट सीट माना जाता है। यहां की जिम्मेदारी गजेंद्र यादव को सौंपना उनके लिए राजनीतिक रूप से बड़ी चुनौती भी होगी और अवसर भी।

गुरु खुशवंत साहेब को सक्ति इसी तरह नए मंत्री गुरु खुशवंत साहेब को सक्ति जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। सक्ति जिला अपेक्षाकृत नया जिला है, जहां विकास कार्यों को गति देने और सरकारी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में मंत्री की भूमिका अहम मानी जाएगी। राजेश अग्रवाल को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही इसके अलावा राजेश अग्रवाल को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया है। यह जिला नक्सल प्रभावित और भौगोलिक दृष्टि से चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यहां स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर है। राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण फेरबदल विशेषज्ञों का मानना है कि यह फेरबदल केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी का बदलाव नहीं है, बल्कि इसके पीछे राजनीतिक रणनीति भी है। आगामी निकाय और पंचायत चुनावों को देखते हुए सरकार ने मंत्रियों को ऐसे जिलों का प्रभार दिया है जहां उनका प्रभाव बढ़ाने और जनता से जुड़ाव मजबूत करने की संभावना है।