रायपुर। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय, पंडरी के मनोविज्ञान विभाग द्वारा “समय-कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने” के विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया| ये कार्यक्रम 1 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक संचालित किया गया जिसकी शुरुआत पोस्टर प्रतियोगिता कार्यक्रम से की गई जिसमे कई प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया इसमें प्रथम स्थान मनोविज्ञान विभाग की अंतर्राष्ट्रीय छात्रा मेरी ग्रेस मोमो, द्वितीय स्थान दूर्वा दवे तथा, तृतीय स्थान अनमता ने प्राप्त किया। मैग्नेटो मॉल में फ्लैश मॉब कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इसी कार्यक्रम के तहत अमेठी गाँव एवं मरीन ड्राइव में मानसिक स्वास्थ में जागरूकता हेतु स्किट कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा आत्मह्त्या रोकथाम पर अतिथि व्याख्यान का भी आयोजन किया गया, इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दिनाँक 10 अक्टूबर को मुख्य अतिथि भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के महा निदेशक लेफ्टिनेट जनरल अशोक जिंदल ने अपने भाषण में कहा कि जीवन में अत्यधिक दबाव और जरूरत से ज्यादा मांग आज तनाव का प्रमुख कारण है| समय और कार्य का उचित प्रबंधन परिवार और नौकरी दोनों के लिए बेहतर होता है| कार्यस्थल में आ रहे समस्याओं को समय प्रबंधन और बेहतर निष्कर्ष से ही निपटाया जा सकता है,
उन्होंने अपने सैनिक जीवन के कई उदाहरण देते हुए कहा कि अकादमिक अक्षमता, प्रमोशन के अपात्र होना या ना होना जीवन की हार नहीं होती बल्कि बेहतर प्रदर्शन और कार्य से समय के साथ इसका लाभ लिया जा सकता है, समस्या को पहचान कर अवसाद और चिंता को दूर किया जा सकता है| उक्त कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के पी यादव ने भी बेहतर स्वास्थ्य प्रबंध के लिए युवाओं को आगे आने का आग्रह किया जो कि बेहतर भविष्य के लिए दिशा सुनश्चित करेगी| उक्त कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गजराज पगारिया, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलसचिव गोकुलानंदा पंडा, मनोविज्ञान विभागा अध्यक्ष डॉ शाइस्ता अंसारी एवं विभिन्न विभाग के विभागाध्यक्ष सहित शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे | कार्यक्रम समापन से पूर्व धन्यवाद ज्ञापन किया गया।