नेशनल न्यूज़। चर्चित निठारी हत्याकांड के पीड़ितों की ओर से डीडीआरडब्लूए फेडरेशन ने उच्चतम न्यायालय में मुकदमा लड़ने का फैसला किया है। यह जानकारी सोमवार को डीडीआरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एम.पी.सिंह ने दी। निठारी हत्याकांड से जुड़े मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा बरी किये जाने के बाद बीते शुक्रवार को मोनिंदर सिंह पंढेर को ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल से रिहा कर दिया गया था। डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट रेजिडेंशियल वेलफेयर फेडरेशन (डीडीआरडब्ल्यूए) की टीम सोमवार को निठारी गांव जाकर पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की और उनसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए। टीम ने मामले को उच्चतम न्यायालय तक ले जाने का आश्वासन भी दिया।
टीम ने पीड़ित झब्बू, उनकी पत्नी सुनीता, रामकृष्ण और जमुना प्रसाद से की मुलाकात
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, टीम ने पीड़ित झब्बू, उनकी पत्नी सुनीता, रामकृष्ण और जमुना प्रसाद से मुलाकात की। टीम ने यह भी कहा कि निठारी हत्याकांड के आरोपी रहे पंढेर और उसके नौकर को शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा। दिसंबर 2006 में पंढेर को उसकी कोठी के पीछे नाले से कंकाल मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने मामले में 19 प्राथमिकी दर्ज की थी। निचली अदालत ने पंढेर को दो मामलों में फांसी की सजा सुनाई थी लेकिन 16 अक्टूबर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उसे दोनों मामलों में बरी कर दिया। डीडीआरडब्लूए के अध्यक्ष एम.पी. सिंह ने बताया कि यह केस वह तथा उनकी टीम उच्चतम न्यायालय में लड़ेगी।