स्पोर्ट्स न्यूज़। भारत ने विश्व कप के 45वें और लीग राउंड के आखिरी मैच में नीदरलैंड को 160 रन से हरा दिया। टीम इंडिया ने दिवाली के अवसर पर प्रशंसकों को जीत का तोहफा दिया। बंगलूरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारतीय खिलाड़ी ने बल्ले और गेंद से कमाल दिखाया। टीम को विश्व कप के मौजूदा संस्करण में लगातार नौवीं जीत मिली। उसने 2003 के प्रदर्शन में सुधार किया है। तब भारत ने लगातार आठ मैच जीते थे। विश्व कप में लगातार मैच जीतने के मामले में ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर है। उसने 2003 और 2007 में 11 मुकाबलों जीत हासिल की थी।
बंगलूरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम इंडिया ने 50 ओवर में चार विकेट पर 410 रन बनाए। जवाब में नीदरलैंड की टीम 47.4 ओवर में 250 रन पर सिमट गई। सभी नौ मैच जीतने के बाद भारत के 18 अंक हो गए। वह ग्रुप राउंड में अंक तालिका में शीर्ष पर रहा। दूसरी ओर, नीदरलैंड ने विश्व कप का समापन ग्रुप में सबसे नीचे 10वें स्थान के साथ किया। उसे नौ मैचों में दो जीत मिली। सात मुकाबलों में नीदरलैंड को हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद नीदरलैंड चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग नहीं ले सकेगा।
भारत ने 25 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की
भारत ने इस मैच को अपने नाम कर साल 2023 में 24वीं जीत हासिल की। उसने एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा वनडे में जीत के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। भारत इससे पहले 1998 में 24 मैच जीता था। उसे 2013 में 22 मैचों में जीत मिली थी।
अय्यर और राहुल ने खेली शतकीय पारी
भारत के लिए सबसे ज्यादा नाबाद 128 रन श्रेयस अय्यर ने बनाए। लोकेश राहुल ने 102 रन की पारी खेली। कप्तान रोहित ने 61 और गिल-कोहली ने 51 रन का योगदान दिया। इस मैच में भारत के शुरुआती पांच बल्लेबाजों ने 50 रन से ज्यादा का स्कोर बनाया। लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर ने चौथे विकेट के लिए 208 रन की साझेदारी की। विश्व कप में यह भारत का दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। इससे पहले भारत ने 2007 में बरमुडा के खिलाफ 413 रन बनाए थे। राहुल ने 62 गेंद में अपना शतक पूरा किया और यह विश्व कप में देश के लिए सबसे तेज शतक था। नीदरलैंड के लिए बस डे लिडे ने दो विकेट लिए। मीकेरेन और मर्व को एक-एक विकेट मिले।
भारत के नौ खिलाड़ियों ने की गेंदबाजी
भारतीय गेंदबाजों ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया। रोहित शर्मा ने 11 में से नौ खिलाड़ियों से गेंदबाजी कराई। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने ही सिर्फ गेंदबाजी नहीं की। टीम के सीनियर खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा ने तो एक-एक विकेट भी लिया। शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव को भी गेंदबाजी का मौका मिला। भारत के लिए मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट लिए। मोहम्मद शमी को इस मैच में एक भी सफलत नहीं मिली।
विश्व कप में तीसरी बार एक टीम ने नौ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया है। सबसे पहले 1987 में इंग्लैंड ने श्रीलंका के खिलाफ पेशावर में नौ खिलाड़ियों से गेंदबाजी कराई थी। न्यूजीलैंड ने उसके बाद 1992 में पाकिस्तान के खिलाफ क्राइस्टचर्च में नौ खिलाड़ियों को गेंद थमाया था। अब 31 साल बाद भारत ने ऐसा किया है।
नीदरलैंड के लिए तेजा ने लगाया अर्धशतक
नीदरलैंड के लिए इस मैच में सिर्फ एक खिलाड़ी ने अर्धशतक लगाया। तेजा निदामानुरू ने सबसे ज्यादा 54 रन बनाए। साइब्रांड ने 45, कॉलिन एकरमैन ने 35 और मैक्स ओडाड ने 30 रन बनाए। कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने 17 रन बनाए। लोगन वान बीक और रूलोफ वान डेर मर्वे 16-16 रन बनाकर आउट हुए। बास डी लीडे ने 12, आर्यन दत्त ने पांच और वेस्ले बर्रेसी ने चार रन बनाए। पॉल वान मीकेरेन तीन रन बनाकर नाबाद रहे।