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Weather Alert: सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ, हरियाणा-पंजाब समेत दस राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

दिल्ली। पहाड़ों पर जारी बर्फबारी के बीच एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ निचले स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में जारी है। इसकी वजह से शुक्रवार और शनिवार को अरब सागर के साथ बंगाल की खाड़ी से भारी नमी आएगी। इसके चलते पंजाब, हरियाणा सहित 10 राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। इससे ठंड और बढ़ेगी।

मौसम विभाग ने शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में भारी बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं, शुक्रवार और शनिवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, और गुजरात में ओलावृष्टि की संभावना है, जबकि शुक्रवार और शनिवार को मप्र में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।

यहां रहेगा घना कोहरा
28 से 31 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, असम, मेघालय और राजस्थान में तड़के से देर सुबह तक घना कोहरा छाया रहेगा। इसी तरह 29 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में लगातार गिर रहा तापमान
बारिश व बर्फबारी के कारण जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है, जबकि हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान दो से पांच डिग्री और उत्तर-पश्चिम भारत व बिहार में पांच से 12 डिग्री, मध्य, पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 12 से 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, पूर्व और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री की वृद्धि और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, बाल्टिस्तान, गिलगित और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग इलाकों में लोगों को अभी शीतलहर का सितम झेलना पड़ेगा।

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