सावन महीने के हर मंगलवार पर मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। इस व्रत को विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती हैं। वहीं, अविवाहित लड़कियां शीघ्र विवाह के लिए मंगला गौरी व्रत करती हैं। सावन के तीसरे मंगलवार पर मंगला गौरी व्रत यानी आज शिववास योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।
शुभ मुहूर्त (Sawan Shivratri Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि आज 06 अगस्त को शाम 07 बजकर 52 मिनट तक है। इसके बाद तृतीया तिथि शुरू हो जाएगी। साधक दिन की बेला में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
शिववास योग
सावन शिवरात्रि पर दुर्लभ शिववास योग का संयोग बन रहा है। इस शुभ तिथि पर देवों के देव महादेव कैलाश पर जगत जननी मां पार्वती के साथ रहेंगी। शिववास योग शाम 07 बजकर 52 मिनट तक है। इस समय में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को दोगुना फल प्राप्त होगा।
पंचांग
सूर्योदय – सुबह 06 बजे…
सूर्यास्त – शाम 07 बजकर 06 मिनट पर
चन्द्रोदय- सुबह 07 बजकर 25 मिनट पर
चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 28 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 32 मिनट से 05 बजकर 16 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 36 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 06 मिनट से 07 बजकर 27 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 11 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक
अशुभ समय
राहु काल – दोपहर 03 बजकर 49 मिनट से 05 बजकर 27 मिनट तक
गुलिक काल – दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से 02 बजकर 11 मिनट तक
दिशा शूल – उत्तर
ताराबल
अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, मीन