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IMD weather alert: भीषण ठंड के कहर का साथ 7 राज्यों में चलेंगी तूफान हवाएं, भारी बारिश- जानें कहां होगी बर्फबारी?

नई दिल्ली। उत्तर भारत में ठंड ने धीरे-धीरे दस्तक दे दी है। सुबह-शाम की ठंड में बढ़ोतरी हो रही है, और मौसम विभाग (IMD) ने अगले हफ्ते से तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई है। खासतौर पर 24 अक्टूबर के आसपास पाकिस्तान से आने वाली उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो सकती है, जबकि हरियाणा, पंजाब, और चंडीगढ़ में पाला पड़ने की संभावना है। इससे इन क्षेत्रों में ठंड और बढ़ेगी।

उत्तर भारत में तापमान में गिरावट:

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, और बिहार में भी ठंड का असर बढ़ेगा। IMD के अनुसार, इन इलाकों में दिन के तापमान में 7-8 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। इसके अलावा, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में सर्द हवाएं चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ेगा।

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन:

मौसम विभाग ने बताया कि मध्य अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना है। 22 अक्टूबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा, जिससे तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और ओडिशा में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का दौर शुरू हो सकता है। महाराष्ट्र, गुजरात, और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बारिश और ठंडी हवाएं चलने की उम्मीद है, जिससे इन क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ेगी।

दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में मौसम का हाल:

दिल्ली में सुबह-शाम ठंड का असर बढ़ रहा है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 36.21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.05 डिग्री दर्ज किया गया। अगले हफ्ते से यहां ठंड और तेज होगी। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 215 रिकॉर्ड किया गया है, जो हवा की खराब स्थिति का संकेत है।

जम्मू-कश्मीर में ठंड का प्रकोप पहले ही शुरू हो चुका है। 19 अक्टूबर को यहां का तापमान -5.41 डिग्री तक पहुंच गया, और अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान -11 डिग्री तक गिर सकता है। यहां अगले सात दिनों में हल्की से भारी बर्फबारी होने की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ जाएगी।

अगले हफ्ते का पूर्वानुमान:

उत्तर भारत में ठंड का असर तेज होने वाला है। 24 अक्टूबर से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में पाला पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही, देश के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में तूफानी हवाओं और बारिश का दौर चलेगा, जिससे ठंड का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ेगा।

 

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