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Cyclone Dana LIVE Update: बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान सेवा बंद, चक्रवात दाना ने पकड़ी रफ्तार

भुवनेश्वर। चक्रवात ‘दाना’ किसी भी समय ओडिशा के तट से टकरा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह भितरकनिका और धामरा के बीच लैंडफॉल करेगा। लैंडफॉल के समय हवा की गति 100-120 किमी प्रति घंटे होगी। इसका प्रकोप जगतसिंहपुर जिले में भी देखने को मिलेगा। केंद्रपड़ा राजगनार सहित पारादीप और चंद्रभागा, पुरी सी-बीच में समुद्र उफान पर हो गया है। ऐसे में विभिन्न समुद्री तटों पर एहतियात के तौर पर धारा 144 लगा दी गई है।इसके अलावा, पारादीप से इरसामा सियाली तक समुद्र तट पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।

बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान सेवा बंद
पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर बने चक्रवात दाना के प्रकोप को देखते हुए भुवनेश्वर बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमान सेवा को बंद कर दिया गया है। भुवनेश्वर हवाई अड्डे के निदेशक प्रसन्न प्रधान ने कहा है कि गुरुवार शाम पांच बजे से शुक्रवार सुबह नौ बजे तक उड़ान संचालन बंद रहेगा।शुक्रवार सुबह उड़ान भरेगी या नहीं, इसकी फिर से समीक्षा की जाएगी।

राहत बचाव की टीम हुई एक्टिव
ओडिशा में कई स्थानों पर राहत-बचाव की टीम एक्टिव हो गई है। समुद्र किनारे जाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
चक्रवात को लेकर रेलवे विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है। चक्रवात के तुरंत बाद ट्रेन सेवाओं को बहाल करने के लिए पूर्वी तट के साथ 9 वॉररूम स्थापित किए गए हैं। सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर हेल्प डेस्क खोल दिए गए हैं। आज से तीन दिनों के लिए अप और डाउन दोनों लाइनों पर 200 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। यानी आज से 25 अक्टूबर तक 200 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। ऐसे में पुरी के लिए 89261-00356, खुर्दा रोड के लिए 8926-100215, भुवनेश्वर के लिए 81143-82371, कटक के लिए 81143-82359, पारादीप के लिए 81143-88302, जाजपुर केंदुझर रोड के लिए 81143823342, भद्रक के लिए 81143823301 हेल्प लाइन नंबर जारी किया गया है।

ओडिशा में समुद्र की ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। वहीं 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
चक्रवात दाना जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, उसका प्रकोप भी उसी हिसाब से बढ़ने लगा है। हवा की गति बढ़ने के साथ ही बारिश भी तेज हो रही है। हवा बढ़ने से कुछ जगहों पर पेड़ पेड़ गिर गए हैं। केन्द्रापड़ा एवं महाकालपड़ा में विभिन्न जगहों पर पेड़ उखड़कर गिर जाने से आागमन बाधित हुआ।

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