मुंबई। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला को हटाने का आदेश दिया है. कांग्रेस समेत राज्य के कई प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से रश्मि के खिलाफ शिकायत किए जाने के बाद आयोग ने उनका तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया. विवेक फणसालकर को रश्मि की जगह कार्यभार सौंपा गया है.
कांग्रेस और अन्य दलों की ओर से की गई शिकायतों पर एक्शन लेते हुए, चुनाव आयोग ने डीजीपी रश्मि शुक्ला का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया, साथ ही मुख्य सचिव को यह निर्देश भी दिया कि वे कैडर में अगले सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को उनका कार्यभार सौंपें. सूत्रों के अनुसार, मुख्य सचिव को महाराष्ट्र के नए डीजीपी के पद पर नियुक्ति के लिए कल मंगलवार (दोपहर 1 बजे) तक 3 आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजने का भी निर्देश दिया गया है.
कांग्रेस ने फैसले का स्वागत किया
आयोग के फैसले का विपक्ष ने स्वागत किया है. कांग्रेस के ओबीसी नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने सोशल मीडिया X पर अपने पोस्ट में कहा कि चुनाव आयोग का DGP के ट्रांसफर के फैसले का हम स्वागत करते हैं. इस फैसले से यह साफ हो गया कि गठबंधन की यह सरकार बेईमान है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने भी आयोग के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने मुंबई में कहा, “चुनाव आयोग ने सही फैसला किया है. ऐसे लोगों को पद पर नहीं बने रहना चाहिए.” शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने भी आयोग के फैसले का स्वागत किया.
ट्रांसफर के लिए 3 बार किया संपर्कःपटोले
कांग्रेस की महाराष्ट्र यूनिट के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने में रश्मि शुक्ला की कथित भूमिका का हवाला देते हुए उनके ट्रांसफर की मांग को लेकर आयोग से 3 बार संपर्क किया था.
सूत्रों के अनुसार, मुख्य चुनाव आयोग (CEC) राजीव कुमार ने पहले की गई समीक्षा बैठकों और राज्य में विधानसभा चुनावों की घोषणा के दौरान अधिकारियों को न सिर्फ निष्पक्ष रहने की चेतावनी दी थी, बल्कि अपने कर्तव्यों का पालन करते समय न्यूट्रल रहने का सुझाव दिया था.
DGP को हटाने के लिए लिखा था पत्र
इससे पहले कांग्रेस की महाराष्ट्र यूनिट के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पिछले दिनों आयोग से 20 नवंबर को होने वाले चुनावों के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की थी. उन्होंने आयोग को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया कि वह एक विवादास्पद अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का पक्ष लिया और उनके पद पर बने रहने से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने पर संदेह पैदा होगा.
पटोले ने यह कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 24 सितंबर और चार अक्टूबर को ही पत्र के जरिए रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की थी. पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने 27 सितंबर को मुंबई में चुनाव अधिकारियों के समक्ष इस मांग को दोहराया भी था.