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प्रयागराज महाकुंभ में बसंत पंचमी पर करेंगे सभी अखाड़े स्नान, भारी संख्या में श्रद्धालु भी जुटेंगे…जानिए हादसे के बाद कैसी है तैयारी

प्रयागराज। महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ से मौतों के बाद यूपी सरकार अलर्ट मोड में है। अब महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान 3 फरवरी यानी बसंत पंचमी को होने वाला है। इस दिन महाकुंभ के चौथे अमृत स्नान में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। साथ ही, इस दिन सभी अखाड़े भी अमृत स्नान करेंगे। ऐसे में महाकुंभ मेला प्रशासन बड़े पैमाने पर व्यवस्थाओं को संभालने की तैयारी कर रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर अमृत स्नान की सुरक्षा और सुविधाओं से जुड़ी सभी तैयारियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।

जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव और डीजीपी महाकुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था और बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे। नो-व्हीकल जोन घोषित: हादसे के बाद मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जिससे अब मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मेला क्षेत्र में भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए सीमावर्ती इलाकों में होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं।

इसी के साथ ही होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं के लिए बेहतर खाने, पानी और बिजली की व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। मेला क्षेत्र में अब किसी भी प्रकार के VVIP पास रद्द कर दिए गए हैं, जिससे अब कोई भी विशेष पास के माध्यम से वाहन को एंट्री नहीं दी जाएगी। महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए 12 फरवरी तक स्पेशल अधिकारियों को तैनात किया गया है, जिसमें पहले के अनुभव वाले अधिकारी भी शामिल हैं।

यूपी सरकार ने बसंत पंचमी के अवसर पर शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर 4 फरवरी तक रोक लगा दी है। साथ ही, मार्गों को वन-वे किया गया है ताकि श्रद्धालु एक ही रास्ते से आएं और दूसरे से वापस जाएं। महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक को देखते हुए बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और एमपी से आने वाले मालवाहक वाहनों को 31 जनवरी तक यूपी के सीमावर्ती जिलों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं, मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद अब प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले सवारी वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।

इसके अलावा महाकुंभ मेला में 10 डिजिटल खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं, जिनको और अधिक सुगम किया गया है। शिकायत या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है। भगदड़ हादसे के बाद महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए स्पेशल अधिकारियों को प्रयागराज बुला लिया गया है।

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