दिल्ली। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों का पहला जत्था बुधवार दोपहर 1:59 बजे अमेरिकी सैन्य विमान C-147 से अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा। इस विमान में 104 भारतीय नागरिक सवार थे, जिनमें 13 बच्चे, 79 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल हैं। अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
किन राज्यों के लोग लौटे?
वापस लाए गए प्रवासियों में पंजाब से 30, हरियाणा से 33, गुजरात से 33, महाराष्ट्र से 3, उत्तर प्रदेश से 3 और चंडीगढ़ से 2 लोग शामिल हैं। इनमें से गुजरात के 33 लोगों को अमृतसर एयरपोर्ट से ही सीधे गुजरात भेजा जाएगा।
कैसे पकड़े गए ये प्रवासी?
इन प्रवासियों को मेक्सिको-अमेरिका सीमा पर पकड़ा गया था। जानकारी के अनुसार, ये सभी कानूनी रूप से भारत से रवाना हुए थे लेकिन ‘डंकी रूट’ के जरिए अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, भारत पहुंचने पर इनकी गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं है, क्योंकि इन्होंने भारतीय कानूनों का उल्लंघन नहीं किया।
ट्रंप प्रशासन की सख्त नीति और भारत की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम चल रहा है, जिसके तहत ग्वाटेमाला, पेरू और होंडूरास के अवैध प्रवासियों को भी सैन्य विमानों से वापस भेजा गया है। भारत सरकार और अमेरिका ने मिलकर ऐसे 18,000 भारतीयों की पहचान की है, जिन्हें डिपोर्ट किया जाएगा।
पिछले हफ्ते अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर अवैध प्रवासियों की वापसी को लेकर चर्चा की थी। भारत सरकार ने पहले ही स्पष्ट किया था कि वह अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए हमेशा तैयार रही है।
क्या कहता है आंकड़ा?
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अवैध भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो अवैध प्रवासियों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। पहले स्थान पर मेक्सिको, और दूसरे स्थान पर अल सल्वाडोर है।
भारत सरकार और अमेरिकी प्रशासन मिलकर अवैध प्रवासियों की पहचान और प्रत्यावर्तन प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में अमेरिका से बड़ी संख्या में भारतीयों को वापस भेजा जा सकता है।