रायपुर। चुनाव के दिन राजधानी के अनुपम नगर में दिनदहाड़े 60 लाख रुपए की डकैती मामले में पुलिस को कामयाबी मिली है। पुलिस ने 10 आरोपियों को देर रात दुर्ग और राजनांदगांव से आरोपियों को पकड़कर रायपुर लेकर आई है. बताया जा रहा कि शातिर आरोपी डकैती की रकम का बंटवारा करने के लिए छुपे थे. जमीन विवाद में डकैती की वारदात को अंंजाम दिया गया था.
डकैतों के लोकेशन की लीड मिलते ही देर रात ACCU के एडिशनल एसपी, और प्रभारी परेश पांडे के नेतृत्व में 60 सदस्यीय 10 अलग-अलग टीमें रवाना की गई थी. घेराबंदी कर डकैतों को दुर्ग और राजनांदगांव से गिरफ्तार कर सुबह 6 बजे टीम रायपुर पहुंची. देर शाम आईजी अमरेश मिश्रा पूरे मामले का खुलासा करेंगे.
बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव के दिन रायपुर के अनुपम नगर में दिनदहाड़े एक घर में मिलिट्री ड्रेस में आरोपी घुसे थे. डकैतों ने परिवार वालों को हथियार के दम पर बंधक बनाया और 60 लाख रुपए लेकर फरार हो गए थे. बदमाशों ने खुद को ‘लाल सलाम गैंग’ का सदस्य बताया था. पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे थे. शहर में नाकेबंदी कर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी.
डकैती मामले में रायपुर पुलिस को पीड़ितों से पूछताछ में कुछ अहम सुराग मिले थे. पीड़ित परिवार ने पिछले दिनों आर्मी ऑफिस में शिकायत की थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली थी, जिस घर में डकैती हुई है उस घर का आर्मी से पुराना नाता रहा है. वो इसलिए क्योंकि पीड़ित के पापा आर्मी से रिटायर्ड हुए थे. डकैतों ने घर में घुसते हुए पहले परिजनों से ये पूछा था कि आपने आर्मी में कोई शिकायत की है ? जिसके बाद घर में मौजूद सदस्यों ने इसका जवाब हां में दिया, फिर वे अंदर गए. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में ये बात भी सामने आई थी कि घर के एक सदस्य का उनसे पुराना पारिवारिक विवाद रहा है और वो काफी वर्षों से अलग रहते हैं.