दुर्ग। दुर्ग में 6 साल की मासूम के साथ अनाचार के बाद उसकी हत्या कर दिए जाने के मामले में छत्तीसगढ़ समेत देशभर के लोगों में भारी आक्रोश है। हर कोई घटना की निंदा कर रहा है, आरोपी के लिए फांसी जैसी सख्त सजा की मांग कर रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस आज इस पूरे मुद्दे पर राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने जा रही है। विपक्ष के नेता कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे है।
बहरहाल सरकारी और पुलिस जाँच से इतर कांग्रेस ने भी पूरे मामले की जांच का फैसला किया है और पांच सदस्यों वाली कमेटी का गठन किया है। इस जांच समिति की कमान विधायक संगीता सिन्हा को सौंपा गया है। वही उनके अलावा कमेटी में विधायक हर्षिता बघेल, यशोदा वर्मा, पूर्व विधायक छन्नी साहू और राजनांदगांव की पूर्व महापौर हेमा देशमुख को शामिल किया है।
कांग्रेस ने इस मामले में सोशल मीडिया में पुलिस और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि, ये कैसा न्याय? ये कैसी कार्यवाही? दुर्ग में कन्याभोज के लिए निकली जिस बच्ची की हत्या और दुराचार हुआ, उसी बच्ची के शोकाकुल महिला परिजनों की पुलिस ने पिटाई कर दी। यहाँ तक की मासूम छोटी बच्ची को भी नहीं छोड़ा और रात को ढाई बजे थाने लेजाकर उसकी पिटाई कर दी और ट्रेन की पटरी पर लिटा देने की धमकी भी दी। प्रशासन अपनी विफलता का गुस्सा निर्दोष महिला परिजनों पर निकाल रहा है। हवा में लाठी चलाने के बजाय भाजपा प्रशासन नशे को प्रोत्साहन देना बंद करे और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करे।”
सीएम विष्णु देव साय ने जताया दुःख
पूरे मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा दुख जाहिर करते हुए लिखा कि, दुर्ग जिले के उरला में मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय घटना की जितनी भर्त्सना की जाए, कम है। यह मानवता को कलंकित करने वाला, सभ्य समाज को गहरा आघात पहुंचाने वाला कृत्य है। ऐसे अपराधियों की समाज में कोई जगह नहीं है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अपराधियों को समय सीमा के भीतर कड़ी से कड़ी सजा मिले। कुछ संदिग्धों को पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ हो रही है। अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गए हैं।”
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि, “दिवंगत बालिका के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति!”