जम्मू। सोमवार के दिन पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए छड़ी मुबारक की अंतिम यात्रा शुरू हो गई थी और आज 9 अगस्त यानि सावन पूर्णिमा के दिन छड़ी मुबारक अमरनाथ गुफा में प्रवेश करेगी। वैसे तो हर वर्ष सावन पूर्णिमा के दिन ही अमरनाथ यात्रा का समापन होता है लेकिन वर्ष 2025 में यात्रा 1 हफ्ते पहले ही बंद कर दी गई। खराब मौसम के चलते अमरनाथ बोर्ड को यह फैसला लेना पड़ा लेकिन हर साल की तरह छड़ी मुबारक की पूजा उसी तरह होगी।
छड़ी मुबारक की यात्रा के दिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। इस पूजा के बाद पूरे विधि-विधान के दिन अमरनाथ यात्रा बंद हो जाएगी और बाबा के भक्त अगले साल दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं।
क्या है छड़ी मुबारक ?
छड़ी मुबारक को महादेव का प्रतीक माना जाता है और यह एक बेहद महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा से जुड़ी हुई है। इस चांदी की छड़ी को दिव्य और शक्तिशाली माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि इसमें भगवान शिव की अलौकिक शक्तियाँ विद्यमान हैं। कहा जाता है कि महर्षि कश्यप ने यह पवित्र छड़ी भगवान शिव को एक विशेष आदेश के साथ सौंपी थी – कि हर वर्ष इसे अमरनाथ लाया जाए। तभी से यह परंपरा चली आ रही है, और भक्त इस छड़ी को गहरी श्रद्धा और आस्था के साथ पूजते हैं।