गुरुकुल कॉलेज में स्वदेशी उद्यमिता संवर्धन कार्यक्रम में दिया गया खादी वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के साथ स्थापित गुरुकुल महिला महाविद्यालय में आज स्वदेशी उद्यमिता संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत् महाविद्यालयीन छात्राओं को खादी वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य खादी कपड़ा उत्पादन में कौशल और ज्ञान के साथ छात्राओं को सशक्त बनाना है। डॉ. कुलदीप वर्मा डायरेक्टर स्टेट खादी बोर्ड मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। पॉवर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से डॉ. वर्मा ने खादी उद्यमिता के लिये शासन की नितियों की जानकारी दी तथा मीठी क्रांति जिसे मधुमक्खी पालन कहते है,रेड टिका सिलाई मशीन पेपर कप और दोना आदि ग्रामोद्योग योजनाओ के बारे में जानकारी दी।
विशेष रूप से टेकनिशियन दया राम डडसेना ने उपस्थित छात्राओं को चरखा चलाकर पोनी से सूत कातने से लेकर कपडे की थान बनाने की प्रक्रिया तथा नए पुराने उपकरणों की जानकारी दी । स्वदेशी उद्यमिता संवर्धन कार्यक्रम द्वारा छात्राओं को कौशल और ज्ञान से सशक्त बनाने के प्रयासों का एक हिस्सा है जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश के आर्थिक विकास में योगदान दे सकें। यह कार्यक्रम खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने और ग्रामीण रोज़गार एवं उद्यमिता के अवसर पैदा करने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अजय तिवारी ने छात्राओं को सफल जीवन हेतु कौशल विकास के महत्व को समझाया। प्राचार्य डॉ. संध्या गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. रात्री लहरी ने कार्यक्रम संचालन किया।