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कही-सुनी (12 0CT-25) : नवंबर में राष्ट्रीय फलक पर छाएगा छत्तीसगढ़

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रवि भोई की कलम से

अक्टूबर और नवंबर में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे के साथ-साथ नवंबर में डीजीपी कांफ्रेंस के आयोजन से छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय फलक पर छाने के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बड़े रणनीतिकार के रूप में उभरे हैं। डीजीपी कांफ्रेंस में सीमा प्रबंधन और आंतरिक व साइबर सुरक्षा के साथ नक्सल आपरेशन पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि कांफ्रेंस के बाद नक्सल आपरेशन और धारदार होगी। छत्तीसगढ़ के लिए बदनुमा दाग बनी नक्सली समस्या के खात्मे का श्रेय राज्य के मुखिया के नाते विष्णुदेव साय को मिलेगा। छत्तीसगढ़ बनने के बाद यह पहला अवसर है जब नवा रायपुर में डीजीपी कांफ्रेंस प्रस्तावित है। इसमें सभी राज्यों के पुलिस प्रमुख और केंद्रीय सुरक्षा बलों के प्रमुख जुटेंगे। पिछले साल यह सम्मेलन ओड़िशा की राजधानी भुबनेश्वर में हुआ था। नवा रायपुर में 28 से 30 नवंबर तक आयोजित डीजीपी कांफ्रेंस का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे और समापन में दो दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे। छत्तीसगढ़ 2025 को अपनी स्थापना का रजत वर्ष मना रहा है। इस अवसर पर पांच दिन के राज्योत्सव का आयोजन होगा। राज्योत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। राज्योत्सव कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री 31 अक्टूबर को आएंगे और कार्यक्रम निपटाकर एक नवंबर को जाएंगे। राज्योत्सव का समापन पांच नवंबर को उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन के हाथों होगा। 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर रायपुर में बड़ा कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसमें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का आना प्रस्तावित है। एक महीने में देश के शीर्षस्थ लोगों के आगमन से छत्तीसगढ़ चर्चा में रहेगा और उन्हें आमंत्रित करने वाले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी लोगों की निगाह में चढ़ेंगे।

कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस से मिलेगी प्रशासन को दिशा

राज्य में विष्णुदेव साय की सरकार बनने के बाद दूसरी बार कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस आयोजित की गई है। नए चीफ सेक्रेट्री विकासशील कलेक्टर-एसपी से पहली बार सीधे रूबरू होंगे। कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस 12 और 13 अक्टूबर को मंत्रालय महानदी भवन में होगी। 14 अक्टूबर को सुशासन पर अलग से बात की जाएगी। पिछले साल 12 सितंबर को कांफ्रेंस हुई थी। करीब एक साल के अंतराल में हो रही कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जमीनी हकीकत समझेंगे। वैसे पिछले एक साल में मुख्यमंत्री करीब हर जिलों का दौरा कर चुके हैं और उनके पास हर जिले की जमीनी रिपोर्ट है। संगठन से भी रिपोर्ट आती है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अपने मापदंड से कलेक्टर-एसपी को मापेंगे और फैसला करेंगे। इससे साफ़ है कि निचले स्तर के प्रशासन को नई दिशा मिलेगी और मुख्यमंत्री की सोच और इच्छा उन तक पहुंचेगी। चर्चा है कि मुख्यमंत्री के मापदंड पर खरे नहीं उतरने वाले कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के बाद बदले जाएंगे।

कोरबा में कलेक्टरी के लिए कतार

कहते हैं कि रायपुर संभाग में पदस्थ एक कलेक्टर कोरबा का कलेक्टर बनने के लिए जबरदस्त जोर लगाए हुए हैं। वैसे ये अफसर कई जिलों में कलेक्टर रह चुके हैं, पर कोरबा का रसूख अलग ही है। इनके अलावा और भी कई आईएएस कोरबा जाना चाहते हैं। माना जा रहा है कि कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत का वहां से हटना तय है। कलेक्टर कांफ्रेंस के बाद अजीत वसंत मंत्रालय आते हैं या किसी दूसरे जिले में जाते हैं, यह तय हो जाएगा। भाजपा नेता ननकीराम कंवर कोरबा जिले के कलेक्टर को बदलने की मांग लगातार कर रहे हैं। बताते हैं मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें कलेक्टर बदलने का आश्वासन दे दिया है।

राज्यपाल के एडीसी के लिए बनेगा नया पैनल

कहते हैं कि सुनील कुमार शर्मा की जगह पदस्थ राज्यपाल के एडीसी 2020 बैच के आईपीएस उमेश प्रसाद गुप्ता राजभवन नहीं आ रहे हैं। बताते हैं तीन नामों के पैनल में से एडीसी के लिए उमेश प्रसाद गुप्ता का चयन राज्यपाल ने किया था। उमेश प्रसाद गुप्ता को राज्यपाल का एडीसी बनाने का आदेश सरकार ने 18 सितंबर को जारी किया था,बताते हैं उन्होंने अब तक ज्वाइनिंग नहीं दी है। इस कारण मानकर चला जा रहा है कि वे राजभवन नहीं आएंगे। खबर है कि एडीसी के लिए अब तीन आईपीएस का पैनल फिर राज्यपाल को भेजा जाएगा। चर्चा है कि सुनील कुमार शर्मा को जिले का एसपी बनाया जा सकता है।

कलेक्टर-एसपी बदलेंगे

माना जा रहा है कि 12 और 13 अक्टूबर को कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के बाद कलेक्टर और एसपी बदले जाएंगे। चर्चा है कि आधे दर्जन जिले के कलेक्टर और एसपी इधर से उधर होंगे। खबर है कि कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस से साफ़ हो जाएगा कि कौन-कौन जिले प्रभावित होंगे। सुना जा रहा है कि आदिवासी अंचल के संभागीय मुख्यालय के जिले के कलेक्टर भी नई जगह जा सकते हैं। कहते हैं कि मंत्रालय में कुछ विभागों के सचिवों के प्रभार में भी हेरफेर हो सकता है। कुछ निगम-मंडल के एमडी की भूमिका बदल सकती है और एक-दो संभाग के आयुक्त भी बदल सकते हैं। बताते हैं एक संभाग आयुक्त मंत्रालय में अच्छी पोस्टिंग चाहते हैं।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिल्ली से ही होंगे तय

सरकार जाने के बाद सुस्त पड़ी कांग्रेस में जिलाध्यक्ष चयन के बहाने जान आ गई है। कांग्रेस हाईकमान ने जमीन से जुड़े नेताओं को जिलाध्यक्ष बनाने के लिए पर्यवेक्षक और सह पर्यवेक्षक बनाए हैं। पर्यवेक्षक दूसरे राज्य के नेता बनाए गए हैं, उनका छत्तीसगढ़ आना शुरू हो गया है। पर्यवेक्षकों के आगमन के साथ दावेदार भी सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस में जोर-आजमाइश चल रही है। नेतागण अपने -अपने समर्थकों के लिए लाबिंग कर रहे हैं, पर हाईकमान ने ऐसा फार्मूला बना दिया है कि बड़े नेताओं के हाथ भी बंध गए हैं। कहा जा रहा है पर्यवेक्षक अपनी-अपनी रिपोर्ट हाईकमान को देंगे। हाईकमान ही अंतिम निर्णय लेगा। याने सभी जिलाध्यक्ष राहुल गाँधी की पसंद के होंगे।

मंत्रियों का बंगला मोह

छत्तीसगढ़ के मंत्रियों का बंगला मोह आजकल सुर्ख़ियों में है। मंत्रियों के बंगला प्रेम को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट भी किया है। बताते हैं कुछ मंत्री नया रायपुर में शिफ्ट होने के बाद भी रायपुर में सरकारी बंगला नहीं छोड़ा है। खबर है कि एक मंत्री ने नवा रायपुर और रायपुर के साथ एक संभागीय मुख्यालय में भी सरकारी बंगला अपने कब्जे में रखा है। अपने विधानसभा में एक निजी मकान को सदन में बदलने की आहट राजधानी तक सुनाई पड़ रही है। एक मंत्री राजधानी में अपने विधानसभा के नाम पर सदन बना रहे हैं। अब तक मुख्यमंत्री के विधानसभा के नाम पर ही सदन होता था।

एलाइड सर्विस के दो लोग बनेगे आईएएस

कहते हैं कि एलाइड सर्विस से दो लोगों का आईएएस में चयन के लिए पहले राउंड का इंटरव्यू 30 अक्टूबर को होगा। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली सचिवों की समिति पहले राउंड में 16 आवेदकों का इंटरव्यू लेगी। पहले राउंड में सलेक्ट होने वाले आठ लोगों के नाम यूपीएससी भेजे जाएंगे। इनका यूपीएससी की कमेटी इंटरव्यू लेगी। इसके बाद अंतिम चयन होगा। एलाइड सर्विस से आईएएस बने अनुराग पांडे और शारदा वर्मा के रिटायरमेंट से रिक्त पद के विरुद्ध दो आवेदकों का आईएएस में चयन होगा। माना जा रहा है की सलेक्शन दिसंबर तक हो जाएगा।

(लेखक पत्रिका समवेत सृजन के प्रबंध संपादक और स्वतंत्र पत्रकार हैं।)
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