रायपुर। प्रदेश में आज से जूनियर डॉक्टर्स अनिश्चित हड़ताल पर चले गए हैं , जिसके चलते आज सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है। वहीं जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल में जाने से उनकी जगह सीनियर डॉक्टर्स ड्यूटी कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार करीबन 3000 से ज्यादा डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। साथ ही अपनी स्टाइपेंड बढ़ाए जाने को लेकर मेडिकल कॉलेज के सामने इकट्ठा होकर हड़ताल कर रहे हैं। जिसमे प्रदेश के कोई सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर शामिल हुए है।
बता दें कि ये हड़ताल न सिर्फ बिलासपुर, रायपुर, जबलपुर ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। स्टायफंड वृद्धि की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों बिलासपुर के सिम्स अस्पताल के मुख्य द्वार के पास प्रदर्शन कर रहे हैं। तो वही रायपुर में मेकाहारा के मेडिकल कॉलेज के सामने ये आंदोलन चल रहा है। तमाम इंटर जूनियर डॉक्टर ने कामकाज बंद कर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। जिसके चलते रायपुर में सभी कंसल्टेंट डॉक्टर की छुट्टियां रद्द कर काम पर बुलाया गया है। फिलहाल सभी ओपीडी में सीनियर डॉक्टर मरीजों को देख रहे है।
दरअसल, राज्य में 9 मेडिकल कॉलेज हैं, इसमें लगभग 3 हजार जूनियर डॉक्टर, इंटर्न, बोंडेड डॉक्टर्स और मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं जो सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी करते हैं। लेकिन पिछले चार सालों से छात्रों के मानदेय में बढ़ोतरी नहीं हुई है। इसलिए डॉक्टर्स ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके चलते प्रदेशभर में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बिगड़ सकती हैं. सरकारी मेडिकल कॉलेज में सारा काम इंटर्न और जुडो के भरोसे रहता है ।ऐसे में इनके हड़ताल से सारी सर्विसेज ठप पड़ने की संभावना है।