रायपुर। झारखण्ड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के एनकाउंटर का मामला आज सदन में गूंजा। मामले पर पक्ष-विपक्ष के बीच बहस हुई वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, अपराधियों का अंत ऐसे ही होता है। समाज में अपराधियों की स्वीकार्यता नहीं है। मंत्री के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि, यह मुठभेड़ पुलिसकी विफलता है। इस पर मंत्री कश्यप ने कहा कि, क्या परिस्थितियां थी चरणदास महंत ही बताएंगे?
गौरतलब है कि, खूंखार गैंगस्टर अमन साव को मंगलवार को झारखंड के पलामू में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया। यह मुठभेड़ तब हुआ जब वह भागने की कोशिश कर रहा था। घटना उस समय हुई जब साव को पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के रायपुर से आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) रिमांड पर रांची ला रहा था। पलामू में रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस वाहनों पर उसके गिरोह ने हमला किया। हमले के दौरान साव ने भागने की कोशिश की और एक एटीएस जवान से हथियार छीनने का भी प्रयास किया। इस प्रक्रिया में एक जवान गोली लगने से घायल हो गया। झारखंड पुलिस की जानकारी के अनुसार, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में अमन साव को गोली मार दी और उसे मार गिराया। बता दें कि, अमन साव पर हत्या, रंगदारी समेत 100 से अधिक मामले दर्ज थे।
दरअसल हाल ही में रांची के कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा और हजारीबाग एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव पर हुई गोलीबारी में आया था। इसी सिलसिले में उससे पूछताछ के लिए रांची लाया जा रहा था।