रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ रसोइया संघ के चार दिवसीय हड़ताल का आज चौथा दिन है और अब रसोइया संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कह रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, मानदेय में बढ़ोतरी किए जाने के लिए सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। इससे ही आक्रोशित होकर रसोइया संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल की बात कह रहे हैं। रसोइया संघ की अध्यक्ष नीलू ओगरे का कहना है कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश 33 जिलों के 146 विकास खंडों में संचालित 45 हज़ार 610 शालाओं में अध्ययनरत बच्चों के लिए 87026 रसोइया भोजन बनाते हैं।
रसोइया और रसोइया सहायिका का मानदेय वर्तमान में 1500 प्रतिमाह है। जो सिर्फ 10 माह के लिए ही देय होता है, जिसके कारण अनेकों उन्हें अनेक समस्याओँ का सामना करना पड़ता है। बता दें कि, 2023-24 के बजट में मुख्यमंत्री द्वारा केवल 300 रूपए की वृद्धि की गई, जिससे रसोइया संघ आक्रोशित है। इनकी मांग है कि, इनके मानदेय को कलेक्टर दर पर किया जाए। यदि ऐसा न हुआ तो आने वाले समय में संघ राजधानी रायपुर समेत सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा।