नेशनल न्यूज़। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस बीच यादगिर में एक युवा निर्दलीय उम्मीदवार ने 10,000 रुपए की जमानत राशि एक रुपए के सिक्कों के रूप में जमा की। जिसे देख सभी हैरत में पड़ गए। वहीं निर्वाचन अधिकारीयों को इन सिक्कों को गिनने दो घंटे का समय लगा। यह राशि उसने चुनावी राज्य कर्नाटक के अपने निर्वाचन क्षेत्र से एकत्रित की थी। राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में हर उम्मीदवार के लिए चुनावी जमानत राशि 10,000 रुपए है।
यादगिर में निर्वाचन कार्यालय की मेज पर रखे इन सिक्कों को गिनने में अधिकारियों को दो घंटे का समय लगा। निर्दलीय उम्मीदवार यनकप्पा ने यादगिर निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वह मंगलवार को तहसीलदार कार्यालय पहुंचे। उनके गले में एक बैनर लटका हुआ था। इस पोस्टर में 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वरा, कर्नाटक के संत-कवि कनकदास, स्वामी विवेकानंद, डॉ. बी. आर. आंबेडकर और संविधान के प्रस्तावना की तस्वीरें थीं।
पैदल घुमकर मतदाताओं से ये सिक्के एकत्रित किए
इन तस्वीरों के नीचे कन्नड़ में संदेश लिखा था: ‘‘यह सिर्फ एक रुपया नहीं है, आप मुझे एक दिन वोट दें, मैं आपको गरीबी से आजादी दिलाऊंगा।” उम्मीदवार ने कहा कि उन्होंने पैदल ही पूरे निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और मतदाताओं से ये सिक्के एकत्र किए। कलबुर्गी जिले में गुलबर्ग विश्वविद्यालय से कला में स्नातक यनकप्पा के पास कुल 60,000 रुपये की संपत्ति है जबकि उनके पिता देवींद्रप्पा के पास एक एकड़ और 16 गुंटा जमीन (40 गुंटा एक एकड़ के बराबर) है।