श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर सरकार ने तीन जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा की तैयारियां तेज कर दी हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रदेश की वर्तमान स्थिति पर चर्चा के लिए श्रीनगर में मंगलवार को यूनिफाइड कमांड की बैठक की। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी छाया से मुक्त अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के साथ सभी इंतजाम करने के निर्देश दिए।
आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए दहशतगर्दों और उनके मददगारों (ओजीडब्ल्यू) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उपराज्यपाल ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पाकिस्तान व आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को सफलतापूर्वक बेअसर करने के लिए सशस्त्र बलों, सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस को बधाई दी।
सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के कोने-कोने में आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को स्थायी रूप से नष्ट करना हमारी प्राथमिकता है। आम नागरिकों को सुरक्षा की पूरी भावना प्रदान करना बेहद जरूरी है। उपराज्यपाल ने सुरक्षा ग्रिड मजबूत करने और सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत पर जोर दिया।
एलजी ने बाबा बर्फानी की यात्रा के लिए सुरक्षा इंतजामों की विस्तार से समीक्षा की। पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति पर भी मंथन किया गया। बैठक में उत्तरी कमान सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी नलिन प्रभात के साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियों व प्रशासनिक अधिकारी माैजूद रहे।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए उठाए जाएंगे उचित कदम : सीएम
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर का पर्यटन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। सरकार अब अमरनाथ यात्रा के सुचारु व सुरक्षित संचालन को प्राथमिकता दे रही है। वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं।