सरकार अगले महीने यानी 1 जुलाई से नया वेज कोड लागू करने की तैयारी में है। 1 जुलाई से वेज कोड बदलने पर प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। अगर आप भी प्राइवेट नौकरी करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. नया वेज कोड लागू हो जाने के बाद कर्मचारियों की इन हैंड सैलरी कम हो जाएगी. लेकिन आपका रिटायरल बेनिफिट बढ़ जाएगा।
1 जुलाई से लागू होगा
नया लेबर कोड लागू होने से आपको फायदा और नुकसान दोनों होगा। खबरों के अनुसार न्यू वेज कोड 2019 को 1 जुलाई से लागू किए जाने की तैयारी है। उदाहरण के तौर पर बात करें तो कर्मचारी की सीटीसी (CTC) में बेसिक सैलरी, एचआरए, रिटायरमेंट बेनिफिट जैसे पीएफ व ग्रेच्युटी और अन्य अलाउंस होते हैं।
सीटीसी का 50 प्रतिशत होगी बेसिक सैलरी
मौजूदा स्ट्रक्चर में कर्मचारी की सैलरी में बेसिक सैलरी 30 से 40 प्रतिशत तक होती है। इसके अलावा स्पेशन अलाउंस, एचआरए, पीएफ आदि होता है. इसी आधार पर आपकी सैलरी से पीएफ काटा जाता है। लेकिन अब नए स्ट्रक्चर के अनुसार बेसिक सैलरी सीटीसी का 50 प्रतिशत होनी चाहिए। इसका सीधा असर आपके पीएफ और ग्रेच्युटी पर पड़ेगा।
नए नियम को ऐसे समझें
उदाहरण के लिए यदि आपकी सीटीसी 50 हजार है तो अभी आपकी बेसिक 15 हजार रुपये होगी। इस हिसाब से आपका पीएफ 1800 रुपये महीने (बेसिक का 12 प्रतिशत) बनता है। लेकिन नए नियम के हिसाब से 50 हजार की सीटीसी पर आपकी बेसिक 15 हजार से बढ़कर 25 हजार रुपये होगी। इस पर 12 प्रतिशत के हिसाब से आपका पीएफ कॉन्ट्रीब्यूशन बढ़कर 3000 रुपये हो जाएगा, यानी आपको अब पहले से 1200 रुपये प्रति महीना कम मिलेंगे।
रिटायरमेंट पर मिलेगी ज्यादा रकम
बेसिक सैलरी बढ़ने का असर आपके पीएफ और ग्रेच्युटी दोनों पर पड़ेगा। इन दोनों ही मद में कॉन्ट्रीब्यूशन बढ़ने से टेक होम सैलरी घट जाएगी। लेकिन इसका फायदा आपको रिटायरमेंट के समय मिलेगा।
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