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धनतेरस: सोने की बढ़ी हुई कीमतों का खरीदारी पर नहीं दिखा असर, खुदरा बाजारों में 60,000 करोड़ का कारोबार

बिजनेस न्यूज़। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक, धनतेरस पर दो दिन में देशभर के खुदरा बाजारों में करीब 60,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। यह पिछले साल धनतरेस पर हुई 50,000 करोड़ की खरीद-बिक्री से 20 फीसदी अधिक है। कुल बिक्री में अकेले दिल्ली की हिस्सेदारी 12-13 फीसदी रही।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया, बेहतर मानसून और फसलों की अच्छी बुवाई के कारण ग्रामीण इलाकों में भी अच्छा माहौल रहा। कुल 60,000 करोड़ की खुदरा बिक्री में सोने-चांदी की हिस्सेदारी करीब 22,500 करोड़ रुपये रही। खुदरा बाजारों में करीब 25 टन सोना बिका। वाहनों की बिक्री भी बीते धनतेरस के 5,000 करोड़ से बढ़कर 7,000-8,000 करोड़ रुपये पहुंच गई।  इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों, कपड़ों, आर्टिफिशियल आभूषण, फुटवियर, सजावटी सामान, झाड़ू, दीये और अन्य उत्पादों की बिक्री में भी तेजी रही।

खरीदी गई 2,500 करोड़ रुपये की 250 टन चांदी
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया, देशभर में करीब चार लाख छोटे और बड़े आभूषण विक्रेता हैं। इनमें से करीब दो लाख जूलर्स भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) से पंजीकृत हैं। बाकी आभूषण विक्रेता उन क्षेत्रों में हैं, जहां अभी बीआईएस मानक लागू करने की प्रक्रिया चल रही है। इन सबको मिलाकर धनतेरस पर 250 टन चांदी की बिक्री हुई, जिसका मूल्य करीब 2,500 करोड़ रुपये है। चांदी के पुराने सिक्कों की भी जबरदस्त मांग रही।

गाड़ियों की बिक्री उम्मीद से बेहतर, 50 फीसदी तक वृद्धि
धनतेरस-दिवाली पर गाड़ियों की बिक्री उम्मीद से काफी बेहतर है। ट्रैक्टर को छोड़कर सभी श्रेणी के वाहनों में सकारात्मक तेजी है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के उपाध्यक्ष साईं गिरधर ने बताया, धनतरेस और दिवाली पर जबरदस्त मांग के कारण सिंतबर की तुलना में इस महीने बिक्री में 50 फीसदी तक तेजी देखने को मिल सकती है। बिक्री के मोर्चे पर लगातार चुनौतियों का सामना कर रहे यात्री वाहनों की बिक्री में 40 फीसदी तक वृद्धि की उम्मीद है। उन्होंने बताया, अक्तूबर में सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ते हुए चार लाख से अधिक वाहनों के बिकने की उम्मीद है।

एसयूवी के आकर्षण ने कम किया सेडान कारों का क्रेज
कारदेखो की रिपोर्ट के मुताबिक, त्योहारी सीजन और खासकर धनतेरस-दिवाली पर गाड़ियों की बुकिंग के आंकड़ों से पता चलता है कि स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) के प्रति लोगों का आकर्षण तेजी से बढ़ा है। इसका असर सेडान कारों की वृद्धि दर पर देखने को मिल रहा है। एसयूवी श्रेणी की बिक्री साल-दर-साल 43 फीसदी की दर से बढ़ रही है। वाहनों की कुल बिक्री में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 63 फीसदी पहुंच गई है। त्योहारी सीजन के लिए कंपनियों के पास एसयूवी के 58 मॉडल उपलब्ध हैं। सेडान कारों की बिक्री में सबसे कम 18 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।

कायम है सोने की चमक
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और पश्चिम एशिया में तनाव के बीच सोने की चमक कायम है। चांदी एक किफायती विकल्प के रूप में लोकप्रिय बनी है। वहीं  मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के मुताबिक, चांदी की कीमतें संभावित रूप से सोने से आगे निकल सकती हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद : प्रीमियम और महंगे उत्पादों की रही मांग
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (राई) के सीईओ कुमार राजगोपालन ने बताया, धनतेरस पर लोगों ने महंगे और प्रीमियम इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की जमकर खरीदारी की। महंगे स्मार्टफोन, टीवी और फ्रीज की बिक्री में अधिक तेजी रही। कुल मिलाकर, इस बार इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की बिक्री में सालाना आधार पर 10-12 फीसदी का उछाल रहा। राजगोपालन ने बताया, इस त्योहारी सीजन छोटे शहरों से भी प्रीमियम उत्पादों की मांग बढ़ी है, जो उत्साहजनक है।

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